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नगर निगम पर बिजली कंपनी का लगभग 4 करोड़ बकाया, कलेक्टर से मांगी कनेक्शन काटने की अनुमति

नगर निगम पर बिजली कंपनी के लगभग 4 करोड़ रूपये बकाया है, जिन्हें वसूलने के लिए बिजली विभाग ने कलेक्टर से नगर निगम के कनेक्शन काटने की अनुमति मांगी है.

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Published : Mar 26, 2019, 1:11 PM IST

नगर निगम के कनेक्शन काटने के लिए बिजली विभाग ने कलेक्टर से मांगी अनुमति।

मुरैना। नगर निगम की लापरवाही आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है. निगम ने पंप कनेक्शन को संचालित करने के लिए उपयोग होने वाली बिजली के बिल का भुगतान नहीं किया है. इसलिए बिजली कंपनी ने कलेक्टर से पंप कनेक्शन को काटने की अनुमति मांगी है.

नगर निगम के कनेक्शन काटने के लिए बिजली विभाग ने कलेक्टर से मांगी अनुमति।

बिजली कंपनी का 25 विभागों पर 6 करोड़ 71 लाख रुपए का बकाया है. सभी विभागों में से नगर निगम पर सबसे ज्यादा बकाया है. इसके 164 कनेक्शन पर 4 करोड़ रुपए बकाया है. विभाग ने अब तक बिल का भुगतान नहीं किया है. ऐसे में नगर निगम की लापरवाही का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ सकता है. बिजली कंपनी ने नगर निगम इलाके के 144 पंप में से 109 पंप कनेक्शन काटने का फैसला किया है. कंपनी ने कलेक्टर प्रियंका दास को एक पत्र लिखकर इसकी अनुमति मांगी है.

नगर निगम पर यह बकाया कई सालों पुराना है. बिजली विभाग के कई नोटिस भेजने के बाद भी निगम ने भुगतान नहीं किया है. इस बारे में नगरीय प्रशासन विभाग और बिजली कंपनी के अधिकारियों के बीच भोपाल स्तर पर भी बातचीत हो चुकी है, लेकिन अब तक बिल की राशि जमा नहीं की गई है, इसलिए बिजली कंपनी ने ये कदम उठाया है.

मुरैना। नगर निगम की लापरवाही आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है. निगम ने पंप कनेक्शन को संचालित करने के लिए उपयोग होने वाली बिजली के बिल का भुगतान नहीं किया है. इसलिए बिजली कंपनी ने कलेक्टर से पंप कनेक्शन को काटने की अनुमति मांगी है.

नगर निगम के कनेक्शन काटने के लिए बिजली विभाग ने कलेक्टर से मांगी अनुमति।

बिजली कंपनी का 25 विभागों पर 6 करोड़ 71 लाख रुपए का बकाया है. सभी विभागों में से नगर निगम पर सबसे ज्यादा बकाया है. इसके 164 कनेक्शन पर 4 करोड़ रुपए बकाया है. विभाग ने अब तक बिल का भुगतान नहीं किया है. ऐसे में नगर निगम की लापरवाही का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ सकता है. बिजली कंपनी ने नगर निगम इलाके के 144 पंप में से 109 पंप कनेक्शन काटने का फैसला किया है. कंपनी ने कलेक्टर प्रियंका दास को एक पत्र लिखकर इसकी अनुमति मांगी है.

नगर निगम पर यह बकाया कई सालों पुराना है. बिजली विभाग के कई नोटिस भेजने के बाद भी निगम ने भुगतान नहीं किया है. इस बारे में नगरीय प्रशासन विभाग और बिजली कंपनी के अधिकारियों के बीच भोपाल स्तर पर भी बातचीत हो चुकी है, लेकिन अब तक बिल की राशि जमा नहीं की गई है, इसलिए बिजली कंपनी ने ये कदम उठाया है.

Intro:एंकर - मुरैना नगर निगम सीमा की आबादी के लिए पानी का बड़ा संकट खड़ा हो सकता है।इस संकट के लिए नगर निगम ही जिम्मेदार होगी।पंप कनेक्शन संचालित करने के लिए उपयोग होने वाली बिजली का बिल नही चुकाया है।बिजली कंपनी ने इन पंप कनेक्शन को काटने के लिए कलेक्टर से अनुमति मांगी है।इसमें कहा गया है कि या तो प्रशासन बिल चुकाने के लिए मध्यस्थता करें या फिर पंप कनेक्शन काटने के लिए अनुमति प्रदान करें।

वीओ1 - बिजली कंपनी का 25 विभागों पर 6 करोड़ 71 लाख रुपए की बकाया राशि है।इनमें से सबसे बड़ा बकायादार नगर निगम है,जिसके 164 कनेक्शन पर 4 करोड़ रुपए बकाया है।जो कि बिजली बिल की बकाया राशि चुकाने के मामले में नगर निगम फिसड्डी साबित हो रहा है।ऐसे में नगर निगम की इस लापरवाही का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ सकता है।बिजली कंपनी ने फैसला किया है कि नगर निगम इलाके के 144 पंप में से 109 पंप कनेक्शन के बिल नही चुकाए गए है।उन पंपों के कनेक्शन काट दिए जाएं।लेकिन मामला जनता से जुड़ा है और कनेक्शन कटने पर परेशानी भी जनता को उठानी होगी।इसलिए कंपनी ने एक पत्र कलेक्टर प्रियंका दास को लिखा है।जिसमें उनसे कनेक्शन काटने की अनुमति मांगी गई है।

बाईट - शिशिर गुप्ता - उप महाप्रबंधक मुरैना।


Body:वीओ2 - नगर निगम पर बकाया राशि का खाता इस साल का नही है।यह बकाया बहुत पुराना है लेकिन इस बकाया राशि को निगम एक साथ नही चुका रहा है।इसको लेकर नगरीय प्रशासन विभाग और बिजली कंपनी के अधिकारीयों के बीच भोपाल स्तर पर भी बातचीत हो चुकी है।लेकिन यह बातचीत पूरी तरह से बेनतीजा रही है। अगर अनुमति मिलने के बाद पंप के कनेक्शन काटे जाते है तो गर्मी के सीजन में जनता के सामने पानी का बड़ा संकट पैदा हो सकता है।अब देखना यह है कि बिजली कंपनी अपनी बकाया राशि वसूलने में कितनी सफल होती है।


Conclusion:
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