मुरैना। जिले के लेपा गांव में शुक्रवार को हुए भीषण नरसंहार के बाद पुलिस ने सभी 6 शवों का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शाम करीब 7 बजे डैड बॉडी लेकर गांव में पहुंच गई. परिजनों की मांग के चलते शव रात भर घर के दरवाजे पर रखे रहे. सुबह 11 बजे अधिकारियों के आश्वासन के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए. दोपहर को दरवाजे से 6 अर्थी एक साथ उठती देख लोगों का कलेजा दहल गया. पुलिस सुरक्षा में आसान नदी किनारे शवों का अंतिम संस्कार किया गया.
ये था घटनाक्रम: मुरैना जिले के लेपा गांव में बीते रोज पुरानी दुश्मनी के चलते एक पक्ष के लोगों ने लाठी व रायफल से लैश होकर दूसरे पक्ष पर हमला कर दिया था. आरोपियों ने पहले महिला-पुरुषों की लाठियों से मारपीट की, इसके बाद एक-एक कर 6 लोगों को गोलियों से भून दिया. मृतकों में तीन महिला तथा तीन पुरुष शामिल है. इसके अलावा दो लोग गंभीर हालत में ग्वालियर जिला अस्पताल में भर्ती हैं. जानकारी के अनुसार मृतकों में महिला मधु तोमर 8 माह की प्रेग्नेंट थी.
मांगो के लेकर अड़े परिजन: पुलिस पोस्टमार्टम करवाने के बाद शाम करीब 7 बजे सभी 6 शव लेकर लेपा गांव में पहुंच गई थी. यहां पर परिजनों ने 8 नए शस्त्र लाइसेंस, रहने के लिए आवास, मृतकों के बच्चों के लिए सरकारी मुआवजा राशि तथा आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के साथ उनके घरों पर बुल्डोजर चलाने की मांग रखते हुए अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था. पुलिस अधिकारियों के साथ एसडीएम व तहसीलदार ने परिजनों को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वे अपनी मांग पर अड़े रहे. इस दौरान शव अंतिम संस्कार के इंतजार में रात भर घर के दरवाजे पर रखे रहे.
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SP के आश्वासन के बाद अंतिम संस्कार: सुबह एसपी ने परिजनों की मांग स्वीकार करते हुए 5 नए शस्त्र लाइसेंस देने के साथ ही मृतकों के परिजनों को सरकारी आवास, बीपीएल कार्ड तथा सुरक्षा के लिए 4-1 का गार्ड मुहैया कराने का आश्वासन दिया. एसपी के आश्वासन के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए. इसके बाद दोपहर को एक साथ 6 अर्थी दरवाजे से उठी तो लोगों का कलेजा दहल गया. अर्थी के पीछे लोगों का हुजूम चल रहा था. पुलिस की सुरक्षा में आसान नदी किनारे अंतिम संस्कार किया गया. जिसने भी यह मंजर देखा, उसका दिल बैठ गया. अर्थी के पीछे चल रहे लोगों की आंखों से आंशू थमने का नाम नहीं ले रहे थे. पूरा गांव गमगीन था.