मुरैना। इंदिरा आवास कॉलोनी में ज्यादातर मजदूर परिवार निवास करते हैं. यहां उन्हें कई तरह की सुविधाएं नहीं मिलती है. इसकी वजह से उन्हें कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कभी रहवासियों को बिजली की दिक्कत होती है, तो कभी हैंडपंप खराब होने की वजह से उन्हें कई किलोमीटर दूर नदी से पानी भरने जाना पड़ता है. रहवासियों का कहना है कि, वे बिजली बिल भी भरते हैं इसके बावजूद उन्हें बिजली नहीं मिलती है.
बिजली नहीं मिलने से रहवासी परेशान: इंदिरा आवास कॉलोनी में पहले बिजली केबल टूट गई थी. अब ट्रांसफॉर्मर फुंक गया है. लोगों का कहना है कि, बिजली का बिल भी भर रहे हैं, उसके बाद भी बिजली विभाग में कोई सुनवाई नहीं हो रही है. बिजली नहीं होने से लोग अंधेरे में रह रहे हैं. वहीं पानी की सप्लाई भी बाधित हो गई है, इसलिए लोगों को मजबूरन नदी से पानी भरकर लाना पड़ रहा है. नदी का पानी गंदा है, जिससे रहवासियों को बीमार होने का डर सता रहा है. हालांकि कुछ लोगों को इससे सर्दी जुकाम और बुखार भी हो रहा है, लेकिन बीमारी नदी के पानी से हुई है या अन्य कारणों से जांच का विषय है.
नदी का जलस्तर गहरा होने से हादसे का डर: मुरैना के आसन नदी में जहां से बस्ती के लोग पानी भरकर ला रहे हैं, वहां जलस्तर की गहराई काफी अधिक है. बच्चे, महिला, बुजुर्ग सभी पानी भरकर ला रहे हैं. अगर समय रहते प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो हादसा भी हो सकता है. कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने भोपाल बिजली कंपनी के नंबर पर शिकायत दर्ज कराई, लेकिन वहां मुरैना बिजली कंपनी से जवाब भेज दिया कि केबल जोड़ दी गई है, जबकि केबल आज भी टूटी पड़ी है. उसके बाद एक ट्रांसफॉर्मर रखा था, वह भी फुंक गया है.
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रहवासी ऐसे जीने को हैं मजबूर: जब इस मामले में विद्युत वितरण कंपनी मुरैना के महाप्रबंधक पीकेएस तोमर से बात की, तो उनका कहना था कि, अभी हमारे पास ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है. मीडिया से इसकी जानकारी मिली है, जल्द ही इसे दिखाया जाएगा और इस समस्या का सामाधान निकाला जाएगा. रहवासी इंद्रावती देवी ने बताया कि, 4 महीने से हैडपंप खराब पड़ा है. 8 से 10 दिन पूर्व ट्रांसफॉर्मर फुंक गया. अब न बिजली है और न पानी. अंधेरे में रहकर आसन नदी का गंदा पानी पीने को हम मजबूर हैं.