मुरैना। जौरा में ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति से बौखलाए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वृंदावन सिंह सिकरवार ने अपनी ही पार्टी को बड़ी धमकी दे डाली है. वृंदावन सिंह सिकरवार का आरोप है कि, भोपाल में बैठे कुछ नेताओं के इशारे पर जौरा में दो ब्लॉक अध्यक्षों की गलत नियुक्ति की गई है. ऐसा करके पार्टी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज किया है. यदि आगामी विधानसभा चुनाव में मेरे बेटे को जौरा से टिकट नहीं दिया गया तो पार्टी का अन्य कोई प्रत्याशी चुनाव नहीं जीत पाएगा.
ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति: मुरैना से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वृंदावन सिंह सिकरवार ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर जौरा में दो ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति को गलत बताया है. वृंदावन सिंह सिकरवार का कहना है कि, कुछ समय पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए विनोद दुबे को पहाड़गढ़ का ब्लॉक अध्यक्ष बनाया गया है. इसी प्रकार मनोज सिकरवार को जौरा ब्लॉक अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि इन दोनों का ब्लॉक में कोई वजूद ही नहीं है. ऐसा करके पार्टी ने वरिष्ठ नेताओं को नजरंदाज किया है. यह सब भोपाल में बैठे पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय मशानी और राजकुमार पटेल के इशारे पर किया गया है. ये दोनों नेता भोपाल में बैठकर मुरैना की राजनीति कर रहे है. इससे जातिगत समीकरण गड़बड़ा गए है. इसका खामियाजा पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव में उठाना पड़ेगा.
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कांग्रेस में दरार: सिकरवार ने पार्टी को धमकी देते हुए कहा है कि, यदि आगामी विधानसभा चुनाव में जौरा से मेरे बेटे को टिकट नहीं दिया गया तो इसके परिणाम अच्छे नहीं होंगे. यहां से कांग्रेस का अन्य कोई प्रत्याशी चुनाव नहीं जीत पाएगा. यहां उल्लेखनीय है कि, सिकरवार की धमकी से कांग्रेस में बगावती स्वर फूटने लगे हैं. इससे कांग्रेस विधानसभा चुनाव से पहले ही बिखरती हुई नजर आ रही है. यदि कांग्रेस आलाकमान ने जल्द ही इस डैमेज कंट्रोल को दुरुस्त नहीं किया, तो आगामी विधानसभा चुनाव के उसे भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.