मुरैना। जिले के न्यू कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई, टीएल बैठक में कलेक्टर अनुराग वर्मा ने सबसे ज्यादा राजस्व विभाग के अफसरों पर ही नाराजगी जताई. राजस्व विभाग में सबसे ज्यादा सीएम हेल्पलाइन और टीएल आवेदनों की पेंडेंसी देख कलेक्टर ने जिले भर के एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदारों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इनके अलावा समय पर निराकरण नहीं करने के आरोप में कैलारस जनपद सीईओ एपी प्रजापति और बिना सूचना के टीएल बैठक से नादरत रहने पर अम्बाह नगर पालिका सीएमओ रामनिवास शर्मा, पोरसा नगर पालिका सीएमओ, अमजद गनी, सबलगढ़ नगर पालिका सीएमओ विजय बहादुर को भी कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं.
- कलेक्टर अनुराग वर्मा ने जारी किया नोटिस
बैठक के दौरान कलेक्टर अनुराग वर्मा टीएल बैठक में इतने नाराज थे कि एसडीएम तहसीलदारों से दो टूक कह दिया कि 'जवाब प्रस्तुत करने पर सीएम हेल्पलाइन की संख्या और उनका निराकरण करने की दिनांक बताएं, नहीं तो उनके नोटिस का जवाब मान्य नहीं होगा. ' कलेक्टर ने कहा कि 'सीएम हेल्पलाइन की समस्या को लेकर मुरैना जिले की स्थिति अच्छी नहीं है, मुरैना बॉटम पर दिख रहा है, अधिकांश अधिकारी अपने अधीनस्थों पर काम थोप देते हैं, और खुद सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा नहीं करते, इसलिए शिकायतें बढ़ती जा रही हैं.' उन्होंने कहा कि 3 दिन के अंदर अधीनस्थ अधिकारी कर्मचारियों पर भी कार्रवाई कर उन्हें नोटिस जारी किया जाए, इसके साथ ही ये भी कहा कि सीएम हेल्पलाइन पर आ रही समस्याओं की संख्या कम होनी चाहिए.
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कलेक्टर ने बताया कि पंचायती राज के तहत 932 शिकायतें पोर्टल पर दिख रही हैं. जिन्हें कलेक्टर ने शीघ्र हल किए जाने के निर्देश दिए हैं.
इस क्षेत्रों से इतनी शिकायतें हैं दर्ज
कैलारस जनपद -220
सबलगढ़- 174
पोरसा- 140
अम्बाह- 136
मुरैना- 421
जौरा- 147
इन विभागों के संबंध में हैं शिकायतें दर्ज
पीएचई विभाग- 181
मुरैना नगर निगम- 200
मनरेगा- 204
लीड बैंक- 188
निर्वाचन की 165 शिकायतें पोर्टल पर लंबित दिखाई दे रही हैं.