मुरैना। भले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह प्रदेश की जनता को अपना भगवान मानते हो और उनके लिए उनकी सरकार होने का दावा करते हो, लेकिन कर् बार प्रशासनिक अधिकारियों की तानाशाही सीएम के दावों की धज्जियां उड़ा देते हैं. ऐसा ही कुछ हुआ मुरैना में, जहां जनसुनवाई में अपनी फरियाद लेकर आए ग्रामीणों पर ADM भड़क गए और FIR कराने की धमकी तक दे डाली. एडीएम यहीं नहीं रुके, अपने गनमैन को बुलाकर सरपंचों के लिखवाए और ग्रामीणों के सामने उन्हें बेइज्जत करके भगा दिया.
जनता को धमकाते आए नजर
कैलारस और पहाड़गढ़ जनापड क्षेत्र के सुजारमा गांव के आधा सैकड़ा गरीबों को पिछले 4 माह से पीडीएस दुकान से राशन नहीं मिल रहा है. जिस कारण जनता सरपंच को साथ लेकर कलेक्टर को अपनी व्यथा सुनाने आये. लेकिन पीड़ितों की शिकायत सुनने आये एडीएम पंकज शुक्ल ने उल्टा उन्हें धमकाते हुए उनके विरुद्ध न सिर्फ FIR दर्ज करने की धमकी, बल्कि साथ आये सरपंच की सरपंची भी निकलने जैसे अभद्र शब्दो का उपयोग किया.
शिकायत लेकर आए लोगों से ADM ने कहा परमिशन लेकर आए हो कि नहीं, अगर नहीं आये तो एक मिनट में FIR दर्ज करा दूंगा. उन्होंने अपने साथ मौजूद सिपाहियों से उनका नाम नोट करने के लिए कहा. इस दौरान ADM रुके नहीं और बोलते गए कि "तुम्हारा नेता कौन है" तभी सरपंच ने कहा कि ग्रामीणों को करीब 4 माह से खाद्यान नहीं मिला है जिसकी शिकायत लेकर आये है. तो उन्होंने सरपंच से कहा कि "जनता क्या होती है मैं तुम्हारे खिलाफ एफआईआर करा दूंगा". एडीएम साहब यहां तक कहां रुकने वाले थे, उन्होंने सरपंच से कहा कि अभी तेरी सरपंची निकालता हूं.
इस लिए सरपंचों को लेकर आए थे ग्रामीण
कट्टोली गांव के ग्रामीणों का कहना है कि, चार महीने से उन्हें पीडीएस दुकान से राशन नहीं मिल रहा. पंचायत में सुनवाई होती नहीं है. चार दिन पहले रैली निकालकर सैकड़ों ग्रामीण सबलगढ़ एसडीएम कार्यालय पहुंचे और एसडीएम अंकिता धाकरे को ज्ञापन देकर अपनी समस्या बताई, पर एसडीएम ने राशन की व्यवस्था नहीं कराई, इसलिए सभी ग्रामीण एकजुट होकर जिला मुख्यालय पर कलेक्टर के पास गुहार लगाने आए थे.
एडीएम पंकज शुक्ला के इस व्यवहार की चारो तरफ निदा हो रही है और इसका वीडियो लगातार वायरल हो रहा है. अब अधिकारी की शिकायत लोग वरिष्ठ आधिकारियों से कर रहे है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.