मुरैना। मुरैना जिले के नूराबाद थाना क्षेत्र में 7 दिन पूर्व नेशनल हाइवे पर एक ट्रक ड्राइवर की गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने फरियादी सहित 6 लोगों को गिरफ्तार कर मामले का पटाक्षेप कर दिया. पहले पुलिस ने इस मामले को आत्महत्या बताया था. घटना के बाद फरियादी द्वारा इसे हत्या का रूप देकर विरोधियों को फंसाने की साजिश की गई. पुलिस ने बताया कि ट्रक ड्राइवर की मौत का मामला हत्या नहीं, बल्कि उसने कट्टे से खुद को गोली मार कर ख़ुदकुशी की थी. मृतक के भाई ने हत्या का आरोप लगाकर चक्कजाम किया था.
ट्रक में मिला था शव : थाना प्रभारी नूराबाद भूमिका दुबे और उनकी टीम द्वारा 8 मई को ट्रक ड्राइवर कल्लू गौड की हत्या के मामले में खुलासा किया गया. गौरतलब है कि फड का पुरा निवासी कल्लू गौड़ की खून से लथपथ लाश नूराबाद थाना इलाके के नेशनल हाईवे पर एक ट्रक में मिली थी. ट्रक को कल्लू चलाता था. उस दौरान मृतक के भाई गोविंदा ने हाइवे पर चक्का जाम कर हत्या के आरोप कुछ लोगों पर लगाए थे. लेकिन पुलिस जांच के दौरान मृतक का एक वीडियो हाथ लगा है. जिसमें वह कुछ लोगों पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाकर आत्महत्या करने की बात कहते हुए सुनाई और दिखाई दे रहा है. वीडियो सामने आने के बाद एक बात स्पष्ट हो गई है कि कल्लू की हत्या नहीं हुई, बल्कि उसने खुद को गोली मारकर आत्महत्या की थी.
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मृतक के भाई ने कट्टा नदी में फेंका : मौके पर पहुंचे मृतक के भाई गोविंदा ने कट्टे को नदी में फेंक दिया था और इसे हत्या का रूप देने की पूरी कोशिश की ताकि जिन लोगों से उसका विवाद चल रहा है, उन पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो जाए. लेकिन जांच में गुत्थी सुलझने के बाद पुलिस ने इसे आत्महत्या मान लिया था. कल्लू ने मरने से पहले कुछ लोगों पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे. इस पर पुलिस ने संदेही आकाश खटीक, प्रदीप खटीक, सत्यवीर खटीक, राजू खटीक, संतोष खटीक, संजय लोधी सहित सात आरोपियों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया. साथ ही मृतक कल्लू के भाई पर हत्या के साक्ष्य छुपाने के मामले में एफआईआर दर्ज की. इसका खुलासा बानमौर एसडओपी दीपाली चंदेरिया ने किया. एसडीओपी का कहना अभी इस मामले में दो आरोपी ओर फरार हैं, जिनको पकड़ने के लिए लगातार दबिश दी जा रही है.