मुरैना। जहरीली शराब पीने की वजह से 14 लोगों की मौत का मामला अब सियासी तूल पकड़ता जा रहा है. शराब कांड में अब राजनीति की एंट्री शुरु हो गई है. दिमनी से कांग्रेस विधायक रविन्द्र सिंह तोमर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित प्रशासन और पुलिस अधिकारियों पर आरोप लगाया है. कांग्रेस विधायक ने इस मामले में जांच टीम गठित कर दी है जो कि जांच कर पूरी रिपोर्ट अपने नेता कमलनाथ को सौंपेगी. इसी के साथ दिमनी विधानसभा से कांग्रेस के विधायक रविन्द्र सिंह तोमर घटनास्थल तक पहुंचे, जहां उन्होंने मृतकों के परिजनों से बात की. मामले में कांग्रेस विधायक ने कहा है कि वो इस मामले में ज्ञापन सौंपकर ठोस कार्रवाई की मांग करेंगे और अगर ऐसा नहीं हुआ तो कांग्रेस नेता इस मामले में आंदोलन भी करेंगे.
कांग्रेस द्वारा बनाई गई टीम मृतक परिवारों के बीच गई
मुरैना जिले में जहरीली शराब से 14 लोगों की मौत हो जाने के बाद, कमलनाथ ने एक 6 सदस्यीय टीम गठित की है. जिसमें सबलगढ़ विधायक बैजनाथ कुशवाह, सुमावली विधायक अजब सिंह कुशवाह, मुरैना विधायक राकेश मावई, दिमनी विधायक रविंद्र सिंह तोमर, किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुर्जर और मुरैना शहर अध्यक्ष दीपक शर्मा शामिल है. टीम के सदस्य मंगलवार को छैरा मानपुर गांव, पहवली गांव और बिलईया पुरा गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मिले और उनका हाल चाल जाना. विधायक ने कहा पूरे मामले की रिपोर्ट 2 से 3 दिन के भीतर प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपी जाएगी.
आंदोलन की चेतावनी
दिमनी विधायक का कहना है कि मरने वालों में से ऐसे कुछ परिवार है, जिनके आगे पीछे कोई नहीं है. पुलिस प्रशासन की लापरवाही से 14 परिवार बर्बाद हो गए. जिनके छोटे-छोटे अबोध बच्चे रह गए हैं. विधायक का कहना है कि इस मामले में कलेक्टर से मिलकर चर्चा करेंगे और चक्काजाम के दौरान जो मांग आई थी कि जिला प्रशासन पीड़ित परिवारों को 20- 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, मृतक परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएं. इसको पूरा कराने के लिए कहा जायेगा, लेकिन प्रशासन ने उनकी मांगें नहीं सुनी तो कांग्रेस धरना प्रदर्शन और आंदोलन करेगी.
सीएम शिवराज पर आरोप लगाए
दिमनी विधायक रविन्द्र सिंह तोमर ने कहा है कि इस घटना क्रम में शिवराज सरकार ने माफियाओं को संरक्षण दे रखा है. इससे ये प्रतीत हुआ कि कथनी और करनी में बहुत बड़ा अंतर समझ आया है. शिवराज सिंह कहते हैं कि माफिया को जमीन में गाड़ दूंगा, कहां है गाड़ने वाले पूरे प्रदेश को पता चल गया है, अगर किसी को गाड़ा होता तो आज शायद मुरैना में 14 जानें नहीं जाती. इतनी बड़ी घटना जो घटी है वो बहुत बड़ी लापरवाही है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि पूत के पांव पालने में कितने ये सब पता चल जाएगा.
पुलिस प्रशासन दोषी
जनता के बीच में पुलिस प्रशासन रहता है, फिर पुलिस को क्यों नहीं पता था, इस अवैध शराब के कारोबार के बारे में. अगर पता है तो कार्रवाई क्यों नहीं की गई, इससे तो साफ जाहिर होता है कि पुलिस जानबूझकर कार्रवाई नहीं करती है. दिमनी विधायक का कहना है कि पीड़ित परिवार ने बताया कि अवैध शराब बेचने ओर पीने वालों की शिकायत की तो पुलिस पकड़ने के कुछ देर बाद छोड़ देती थी. पुलिस को तो जिले की पल पल की खबर रहती है फिर इतने बड़ी खबर की क्यों नहीं पता चली छैरा गांव तो शराब और जुआ का अड्डा बना हुआ है. इससे तो साफ है छोटे से बड़े अधिकारी इसमें दोषी है कहीं न कहीं इसमें लिप्त है. विधायक के अनुसार दोषियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए.