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जल सत्याग्रह आंदोलन में पहुंचे विधायक बैजनाथ कुशवाह, ग्रामीणों ने विधायक पर जताई नाराजगी

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Published : Mar 2, 2020, 1:01 PM IST

Updated : Mar 2, 2020, 3:25 PM IST

मुरैना के रामघाटी क्षेत्र में धरना दे रहे ग्रामीणों से मिलने पहुंचे क्षेत्रीय विधायक बैजनाथ कुशवाह को ग्रामीणों के गुस्से का शिकार होना पड़ा.

MLA Baijnath Kushwaha reached the water satyagraha movement
जल सत्याग्रह आंदोलन में पहुंचे विधायक बैजनाथ कुशवाह

मुरैना। पेयजल संकट से जूझ रहे रामपुर घाटी के ग्रामीणों द्वारा दिए जा रहे धरनास्थल पर क्षेत्रीय विधायक बैजनाथ कुशवाह पहुंचे. यहां विधायक को ग्रामीणों के गुस्से का शिकार होना पड़ गया. धरने पर मौजूद लोगों ने विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. जिसके बाद विधायक ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए पेयजल संकट को दूर करने का हरसंभव प्रयास करने का आश्वासन दिया.

जल सत्याग्रह आंदोलन में पहुंचे विधायक बैजनाथ कुशवाह

गौरतलब है कि पानी के लिए रामपुरा कला घाटी के ग्रामीण 10 फरवरी से धरने पर बैठे हुए हैं. जिसमें 22 फरवरी से संत रविंद्र चौबे ने आमरण अनशन शुरू कर दिया. ग्रामीणों का कहना है कि हर सरकार उन्हें आश्वासन ही दे रही है. किसी के भी वचन पत्र में रामपुरघाटी की पेयजल समस्या का जिक्र तक नहीं है. चुनाव के दौरान विधायक ने जल संकट की समस्या से निजात दिलाने की दिशा में काम करने का वादा किया था, लेकिन समस्या हल करने की बात तो दूर वह इस इलाके में आए तक नहीं.

वहीं विधायक बैजनाथ कुशवाह के साथ सिंचाई विभाग और पीएचई के अधिकारी भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि पानी संकट से बचने के लिए यहां 30 नए हैंडपंप खनन स्वीकृत किए जा चुके हैं. इसके साथ ही सिंचाई के लिए बड़ी योजनाएं हैं, जिनको पूरा होने में समय लगेगा.

मुरैना। पेयजल संकट से जूझ रहे रामपुर घाटी के ग्रामीणों द्वारा दिए जा रहे धरनास्थल पर क्षेत्रीय विधायक बैजनाथ कुशवाह पहुंचे. यहां विधायक को ग्रामीणों के गुस्से का शिकार होना पड़ गया. धरने पर मौजूद लोगों ने विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. जिसके बाद विधायक ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए पेयजल संकट को दूर करने का हरसंभव प्रयास करने का आश्वासन दिया.

जल सत्याग्रह आंदोलन में पहुंचे विधायक बैजनाथ कुशवाह

गौरतलब है कि पानी के लिए रामपुरा कला घाटी के ग्रामीण 10 फरवरी से धरने पर बैठे हुए हैं. जिसमें 22 फरवरी से संत रविंद्र चौबे ने आमरण अनशन शुरू कर दिया. ग्रामीणों का कहना है कि हर सरकार उन्हें आश्वासन ही दे रही है. किसी के भी वचन पत्र में रामपुरघाटी की पेयजल समस्या का जिक्र तक नहीं है. चुनाव के दौरान विधायक ने जल संकट की समस्या से निजात दिलाने की दिशा में काम करने का वादा किया था, लेकिन समस्या हल करने की बात तो दूर वह इस इलाके में आए तक नहीं.

वहीं विधायक बैजनाथ कुशवाह के साथ सिंचाई विभाग और पीएचई के अधिकारी भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि पानी संकट से बचने के लिए यहां 30 नए हैंडपंप खनन स्वीकृत किए जा चुके हैं. इसके साथ ही सिंचाई के लिए बड़ी योजनाएं हैं, जिनको पूरा होने में समय लगेगा.

Last Updated : Mar 2, 2020, 3:25 PM IST
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