मुरैना। मुरैना की विभिन्न बस्तियों में गरीब आवास बनाकर निवास कर रहे हैं. कोरोना वायरस के चलते गरीबों का रोजगार और धंधे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. कई मोहल्लों में गरीब परिवार भुखमरी के शिकार हो रहे हैं. ऐसे में गरीबों के आशियाने को उजाड़ने की कार्रवाई की जाती है तो वे भुखमरी के साथ-साथ आवासहीन भी हो जाएंगे. जिसको लेकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने इस मामले में मुख्यमंत्री के नाम तहसील कैलारस में ज्ञापन देकर मांग की है कि गरीबों को नहीं उजाड़ा जाए.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने मांग की है कि गरीबों को आवास और पट्टे दिए जाएं. साथ ही जिन बस्तियों में पेयजल सड़क और बिजली की व्यवस्था नहीं है, वहां पर उपरोक्त व्यवस्था कराई जाए. सभी गैर करदाताओं को 10 किलो प्रति यूनिट मुफ्त खाद्यान्न मुहैया कराया जाए. साथ ही मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलनात्मक कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी है. ज्ञापन देने वालों में नगर सचिव महेश प्रजापति, ओमप्रकाश श्रीवास, पूर्व पार्षद इब्राहिम शाह, मुन्नी बाई आदि प्रमुख हैं.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव मंडल सदस्य और पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष अशोक तिवारी और माकपा जिला सचिव गया राम सिंह धाकड़ ने कहा है कि मुख्यमंत्री गरीबों को उजाड़ने के बजाय आवास और पट्टे दिलाने के साथ-साथ प्रधानमंत्री की घोषणा के परिपालन में सभी गरीबों को मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध कराने के निर्देश जारी करें.