मुरैना। जिले में जहरीली शराब से हुई 24 मौतों के बाद पुलिस और प्रशासन ने माफियाओं पर नकेल कसने की तैयारी कर ली है. इसी के तहत शराब माफिया, भूमाफिया और दूध के काम में मिलावट करने वाले लोगों की सूची तैयार कर जिला दंडाधिकारी को भेजा है. जल्द मुरैना से सभी गलत कामों में लिप्त लोगों को जिला बदर करने की मुहिम तेज कर दी जाएगी. फिलहाल औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं. लिस्ट में 136 अपराधियों का जिला बदर किया जाना है.
कलेक्टर बी कार्थिकेयन ने बताया कि पुलिस अधीक्षक ने 136 लोगों को सूचीबद्ध कर जिला बदर का प्रस्ताव भेजा है. जिसमें से 16 लोगों को न्यायालयीन प्रक्रिया पूरी कर जिला बदर किया जा चुका है और शेष की सुनवाई एक-दो दिन में पूरी कर उन्हें भी जिला बदर किया जाएगा. ताकि माफिया और अवैध कारोबार करने वाले लोगों के बारे में समाज को पता चले और वह चिन्हित हों.
पुलिस ने चिन्हित किए माफिया
प्रशासन ने अवैध शराब का काम करने वाले, अवैध तरीके से जमीन पर कब्जा करने और उसे बेचने का काम करने वाले, सफेद दूध का काला कारोबार करने वाले लोगों के अलावा खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वाले 136 लोगों को चिन्हित किया गया है. इन्हें सूचीबद्ध कर जिला बदर की कार्रवाई के लिए प्रस्ताव पुलिस प्रशासन ने जिला प्रशासन को भेजा है.
माफियाओं के तोड़े गए थे मकान
जिला प्रशासन ने अब माफियाओं के खिलाफ केवल कानूनी कार्रवाई ही नहीं कर रहा, बल्कि अवैध कारोबार द्वारा अर्जित की गई अवैध संपत्ति को भी जब्त करने और खुर्द-बुर्द करने की कार्रवाई शुरू की है. इसके तहत अवैध शराब से जुड़े कारोबारियों पर आपराधिक मामला दर्ज करने के साथ-साथ उनके घर और मकान को भी तोड़ कर जमींदोज कर दिया गया है.
16 को किया जिला बदर
पुलिस ने 136 अवैध कारोबारियों की सूची प्रशासन को सौंपी है, जिस पर प्रशासन ने काम शुरू कर दिया है. अभी तक 16 लोगों को जिला बदर किया जा चुका है.
रेत माफिया पर प्रशासन की नजर
जिला प्रशासन अवैध रूप से पत्थर और रेत का खनन कर परिवहन करने वाले लोगों पर भी सख्त नजर बनाए हुए है. पिछले कुछ दिनों में प्रशासन ने लगभग 1000 से अधिक अवैध रेत के स्टॉक को मिट्टी में मिला कर नष्ट किया, ताकि माफिया इसे बाजार में ना भेज सकें. ऐसे अवैध कारोबारियों को भी पुलिस और प्रशासन चिन्हित कर रहा है.