मुरैना । जिले की 5 विधानसभा सीटों में उपचुनाव होने जा रहे हैं, जिसमें से चार विधानसभा सीटों पर विधायकों के इस्तीफे के बाद उपचुनाव होगा, जबकि जौरा विधानसभा में विधायक बनवारी लाल के निधन के बाद उपचुनाव होने हैं. सबलगढ़ विधानसभा में कांग्रेस विधायक अब भी अकेले लड़ाई लड़ रहे हैं. विधायक बैजनाथ कुशवाहा ने शासन और प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि, प्रशासन कांग्रेस विधायकों के क्षेत्र में कोई विकास कार्य नहीं कर रहा है, जिससे उनके क्षेत्र और जौरा विधानसभा में आम लोगों को पीने का पानी भी नसीब नहीं हो रहा है.
उन्होंने कहा कि, पीएचई अधिकारी मंत्री के इशारे पर काम कर रहे हैं. जौरा और सबलगढ़ विधानसभा में पानी की गंभीर परेशानी है. उन्होंने कहा कि, वे कांग्रेस से अकेले विधायक हैं, जिसके चलते सुनवाई नहीं हो रही है. कांगेस विधायक बैजनाथ कुशवाहा के मुताबिक कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने के बाद पीएचई मंत्री बने ऐंदल सिंह कंसाना ने अपने क्षेत्र में 1500 हैडपंप लगवा दिए हैं, जबकि उनके क्षेत्र में एक भी हैंडपंप नहीं लगाया गया.
ऐसा ही हाल जौरा विधानसभा का है, जहां पर विधायक के निधन के बाद अब तक कोई बीजेपी का प्रत्याशी तय नहीं है. ऐसे में प्रशासन का ध्यान भी इनकी ओर नहीं है. विधायक ने कहा कि, पीएचई मंत्री जिले के लोगों के साथ बहुत गलत कर रहे हैं, वो 1 हजार क्या 6 हजार बोर भी करा दें, तब भी उन्हें उपचुनाव में हारना होगा. मंत्री अपने क्षेत्र में भाई-भतीजावाद पर इतने सारे बोर करा रहें हैं, जिसका जवाब उन्हें चुनाव में मिलेगा.