मुरैना। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा मुरैना दौरे पर पहुंचे इस दौरान वीडी शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि वह 'पागल' हैं. वीडी शर्मा ने आगे कहा कि कमलनाथ स्वयं को मर्यादा पुरुषोत्तम बताते हैं, जबकि हिंदुस्तान में अनादि काल से आज तक मर्यादा पुरुषोत्तम सिर्फ भगवान श्रीराम थे, जबकि कमलनाथ जैसे आदमी स्वयं को मर्यादा पुरुषोत्तम कहें तो यह उनके पागलपन की निशानी है.
गांधी परिवार के दरबारी थे कमलनाथ - वीडी शर्मा
वीडी शर्मा ने कहा कि कमलनाथ कोई जन नेता नहीं हैं, जिनके नाम पर प्रदेश में कांग्रेस 28 सीटें जीत सके,कमलनाथ ग्वालियर और चंबल अंचल के योजनाओं के नेता थे, जिसके नाम पर यहां कांग्रेस की 16 सीटें जीती थी. उन्होंने कमलनाथ को लेकर कहा कि वह तो गांधी परिवार के दरबारी थे, जिन्हें मध्य प्रदेश में बतौर मुख्यमंत्री पद थोपा गया और यही कारण था कि वह 15 माह में ही अपने नेताओं और विधायकों को नहीं संभाल पाए और उनके विधायक और नेता पार्टी छोड़ कर चले गए.
भोपाल में रैली को लेकर कांग्रेस स्पष्ट करें नीति
प्रदेशाध्यक्ष ने दिग्विजय सिंह को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि चाहे कमलनाथ हो या दिग्विजय सिंह जो देश में आतंकवाद बढ़ाने वाली धारा 370 को बहाली की मांग करते हैं. पहले वह यह स्पष्ट करें कि वह आतंकवादियों की वकालत कर रहे हैं, या देश की जनता के हित की बात कर रहे हैं. भोपाल में फ्रांस के राष्ट्रपति के बयान के खिलाफ निकाली गई रैली पर कांग्रेस की चुप्पी को लेकर भी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि जो आतंकवाद और देशद्रोह जैसे गंभीर मामलों में अपनी नीति स्पष्ट ना करें ऐसी कांग्रेस पार्टी को देश पर शहीद होने वालों ग्वालियर और चंबल के नौजवानों वाली धरती माफ नहीं करेगी.
उपचुनाव में भूमिगत रहे दिग्विजय सिंह
पूरे उपचुनाव के दौरान भूमिगत रहे दिग्विजय सिंह के अचानक बाहर आकर कुछ विधानसभा चुनावों में प्रचार करने के लिए जाने पर वीडी शर्मा ने कहा, दिग्विजय सिंह खुद ही कहते हैं कि उनकी शक्ल देखने से कांग्रेस के वोट कट जाते हैं, ऐसे नेता का प्रचार में जाने से कांग्रेस को कितना फायदा होगा, यह बताने की आवश्यकता नहीं है. इसलिए भारतीय जनता पार्टी उपचुनाव में प्रचंड बहुमत से प्रदेश की सभी सीटों पर जीत दर्ज करने वाली है.
सिंधिया के दिल्ली जाने पर दी सफाई
राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के अचानक दिल्ली जाने को लेकर कहा कि यह सामान्य बात है, उनका निवास दिल्ली में है और उनका आना-जाना लगा रहता है, इससे चुनाव को लेकर दिल्ली जाने से कोई संबंध नहीं है. बताया जा रहा है कि ग्वालियर और चंबल की सीटों को लेकर पार्टी के नेताओं में वैचारिक तालमेल नहीं बन रहा है, इसलिए सिंधिया वरिष्ठ नेतृत्व से चर्चा करने दिल्ली गए थे. बता दें राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर में चुनावी रैली कर शुक्रवार देर रात ही अचानक दिल्ली के लिए निकल गए थे.