मुरैना। हेपेटाइटिस बी रोग पर नियंत्रण पाने के लिए बच्चों को मीजल्स रूबेला नामक टीका लगाया गया. जिससे जिले में तीन बच्चों की मौत हो गई. परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि असुरक्षित टीकाकरण से बच्चों की जान गई है. परिजनों की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों का पोस्टमार्टम कराया, लेकिन मौत का कारण आंतों में इन्फेक्शन होना आया. और कहा कि कभी भी टीकाकरण से मौत नहीं होती है.
नूराबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा किए जा रहे टीकाकरण के कुछ समय बाद तीन बच्चों की मौत हो गई. परिजनों के अनुसार इस टीकाकरण के रिएक्शन के कारण बच्चों की मौत हुई, एक अन्य मामले में भी एक शिशु की मौत हुई थी जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया.
आरोप को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सिरे से खारिज कर दिया है. दूसरी ओर परिजन बच्चे की मौत का कारण जानने और लापरवाह टीकाकरण कर्मचारी के विरुद्ध कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. स्वास्थ्य के अधिकारियों का कहना है कि किसी भी टीकाकरण से रिएक्शन नहीं होता और अगर रिएक्शन होता तो इसका असर अन्य बच्चों पर भी आता. पीएम रिपोर्ट के अनुसार इन बच्चों की जो मौत हुई उसमें बच्चों के आंतों में इन्फेक्शन होना था, वहीं परिवार की संतुष्टि के लिए आंतों से भी बिसरे लिए गए हैं जिसे जबलपुर भेजा गया है.