मुरैना। सिटी कोतवाली थाने परिसर में अपनी मम्मी को बचाने के लिए तीन छोटी-छोटी बालिकाएं बिलखते हुए पुलिस से गुहार लगा रही थी. तीनों बालिकाएं कह रही थी कि हमारी मम्मी को हमारे चाचा बुरी तरह पीट रहे हैं. मम्मी के सिर से खून निकल रहा है, तब भी चाचा उन्हें पीट रहे है, हमारी मम्मी मर जाएगी. मैडम प्लीज आप चलकर हमारी मम्मी को बचा लीजिए.
दिल को झकझोर कर कर रख देने वाली ये गुहार सिटी कोतवाली थाने पहुंची तीन बालिकाओं ने थाना प्रभारी आरती चिराटे के सामने लगाई. लेकिन एक महिला थाना प्रभारी होने के बाद भी उनका दिल नहीं पसीजा और फूट-फूट कर रो रही बालिकाओं को छोड़कर चली गई. इसके बाद डेढ़ घंटे तक बालिकाएं थाने के एसआई, एएसआई से लेकर एचसीएम तक के सामने गिड़गिड़ाती रहीं, लेकिन किसी ने उनकी सुनवाई नहीं की.
- बच्चियों के पिता चलाते है ट्रक
दरअसल गणेशपुरा की दुर्गापुरी कॉलोनी की रहने वाली 12 वर्षीय नाबालिग अपनी दो छोटी बहनों को लेकर सिटी कोतवाली थाने में पहुंची. जहां बलिका ने बताया कि उनका चाचा आसाराम प्रजापति उनकी मां की पिटाई कर रहा है. इसके साथ ही ये भी बताया कि वो हम सभी बहनों को भी चाचा पीटता है. उनके पापा रामजीत प्रजापति ट्रक ड्राइवर है, जो अक्सर घर से बाहर रहते हैं.
पुलिस बनी संवेदनहीन, कहा- पहले घायल को थाने लेकर आओ, फिर दर्ज होगी रिपोर्ट
- एएसपी ने लगाई फटकार
बिलख-बिलखकर रो रही बालिकाओं ने सबसे पहले सिटी कोतवाली थाना प्रभारी आरती चिराटे को अपनी पीड़ा बताई और घर चलकर मां को बचाने की गुहार लगाई, लेकिन थाना प्रभारी 10 मिनट में लौटने का कहकर वहां से ऐसी गई. इसके बाद थाने में बालिकाएं भटकती रही पर किसी ने उनकी नहीं सुनी. इसी दौरान थाने में समाजसेवी वहां आए जिनसे बालिकाओं की पीड़ा नहीं देखी गई और उन्होंने तत्काल एएसपी हंसराज सिंह को फोन करके पूरी बात बताई. इसके बाद एएसपी ने कोतवाली थाने में फोन किया और इस लापरवाही पर जमकर फटकार लगाते हुए दो पुलिस कर्मियों को बालिकाओं को लेकर उनके घर भेजा.