मुरैना। जिला अस्पताल में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है. मरीज की मौत के बाद अस्पताल में उसका शव 5 घंटे तक मरीजों के बीच डला रहा. जिससे, वार्ड में भर्ती मरीजों की स्थिति खराब होने लगी.
मरीज के परिवार का नहीं था पता
दरअसल, 4 दिन पहले भूरा रजक नामक व्यक्ति को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस मरीज के परिवार का भी कोई पता नहीं था और ना ही ये पता था कि भूरा कहां का रहने वाला है. गुरुवार को मरीज की तबियत ज्यादा बिगड़ने के कारण उसकी मौत हो गई.
पुलिस को दी सूचना
अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस चौकी को मरीज की मौत की सूचना कर दी. लेकिन, लेकिन सूचना देने के बाद भी न पुलिस चौकी ने और न ही अस्पताल प्रबंधन ने मरीज के शव को पलंग से हटाया. मरीज के परिजनों की तलाश की गई, लेकिन उसके परिवार में से कोई नहीं आया.
5 घंटे तक पड़ा रहा शव
5 घंटो तक मरीज का शव वार्ड में पड़ा रहा, जिसे देखकर वहां के मरीज भी घबराने लगे. अस्पताल प्रबंधन ने आखिरकार शव को बाहर निकाला, जिसके बाद मरीज के परिवार का एक सदस्य शव को लेने अस्पताल पहुंचा.
पुलिस नहीं पहुंची इसलिए हुई देर
वहीं, इस बारे में सिविल सर्जन का कहना है कि उनकी तरफ से पुलिस को सूचना दे दी गई थी. लेकिन, उनकी तरफ से कोई व्यक्ति अस्पताल नहीं पहुंचा. कुछ देर बाद मरीज का एक परिजन आ गया था, जिसे शव सौप दिया गया.