मुरैना। कोटा बैराज डैम से लगातार पानी छोड़े जाने से चंबल नदी उफान पर है. सुरक्षा के मद्देनजर जिला प्रशासन ने चंबल नदी के किनारे बसे 110 गांवों में हाई अलर्ट जारी किया है. चंबल नदी में आए उफान के बाद राजघाट का पुराना पुल पूरी तरह डूब गया है. पुल से 4 फीट पानी ऊपर बह रहा है.
चंबल किनारे बसे गावों में पानी भर गया है. जिला प्रशासन, आर्मी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और होमगार्ड की मदद से ग्रामीणों को निकालकर सुरक्षित जगह पहुंचाया जा रहा है. चंबल नदी में उफान आने से किसानों की फसलें भी नष्ट हो गई हैं. सोमवार को सेना ने बाढ़ प्रभावित 22 गांवों में रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए दर्जनों लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया.
मुख्य सचिव एस आर मोहंती के भेजे गए हेलीकॉप्टर से चंबल कमिश्नर रेनू तिवारी के अलावा दूसरे आला अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया. स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि जिनका भी नुकसान हुआ है, उन्हें पूरा मुआवजा दिया जाना चाहिए. कलेक्टर प्रियंका दास ने बताया कि बचाव और राहत कार्य जारी है. हेलिकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित गांवों के हालात का जायजा लिया जा रहा है.