मुरैना। सोमवार देर शाम अचानक से मौसम बदला, जिसके चलते हेतमपुर, जनकपुर,पिपरसा,देवरी गांव के क्षेत्र में कुछ जगहों पर ओलावृष्टि हुई है. संभावना है कि 1 दर्जन से अधिक गांव में ये ओलावृष्टि हुई है. जिसके चलते सरसों की फसल को नुकसान हुआ है. ओलावृष्टि की जानकारी मिलते ही प्रशासन ने पटवारी और तहसीलदार को क्षेत्र का निरीक्षण करने के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं. वहीं मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मौसम के पूर्वानुमान में बारिश की कोई संभावना नहीं थी. अचानक से क्षेत्र के तापमान में वृद्धि होने से क्लाइमेट चेंज आया है. उसका ही नतीजा है कि कुछ जगहों पर बारिश और ओलावृष्टि हुई है. जिससे सरसों की फसल को थोड़ा बहुत नुकसान हुआ है. किसानों को चाहिए कि वो जल्द से जल्द सरसों की फसल को काट लें, जिससे कि नुकसान की संभावना कम हो.
मुरैना जिले की सुमावली विधानसभा में सोमवार की देर शाम मौसम के तेवर अचानक बदलना शुरू हुए. आसमान में बादलों ने डेरा जमा लिया और सूरज को अपनी ओट में ढक लिया. इसके बाद हवा की रफ्तार बढ़ी और कई गांवों में आंधी चली. जिससे गेहूं की फसल खेतों में चादर की तरह बिछ गई. इसके बाद कहीं बारिश तो कहीं ओलावृष्टि की बरसात शुरू हो गई. बारिश के साथ करीब चने के आकार के ओले गिरे,जो किसी गांव में 3 मिनट तो किसी गांव में 7 से 10 मिनट तक ओलों की बरसात हुई. ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी सरसों की फसल को नुकसान हुआ है तो कहीं घरों के टिन शेड टूट गए है. वहीं मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार तापमान में वृद्धि होने से ये ओलावृष्टि हुई है.
एक दर्जन से अधिक गांवों में हुई ओलावृष्टि
सुमावली विधानसभा के पिपासा गांव,सिकरौदा गांव,फिरोजपुर गांव,बिंडवा गांव,गंगापुर गांव,देवरी गांव,बंधा गांव,पिपरई गांव,जनकपुर गांव सहित अन्य गांवों में ओलावृष्टि हुई है. इसके साथ ही मुरैना से लगे लालौर गांव से लेकर माता बसैया क्षेत्र के सुरजनपुर गांव और आसपास के गांवों में भी हल्की ओलावृष्टि आंधी के साथ बारिश भी हुई है
अधिकारियों ने मैदानी अमले से नुकसान की मांगी रिपोर्ट
मुरैना क्षेत्र में फसलों की हालत ऐसी हुई कि पककर कटने को तैयार खड़ी सरसों की फसल के खेतों में आधा दाना ओलों से खेत में ही झड़ गया. ओला से सरसों की फसल को ज्यादा नुकसान हुआ है. उसके बाद चली आंधी से गेहूं की फसल खेतों में लोट गई है. इसके अलावा जोरा क्षेत्र में राजस्थान बॉर्डर और चंबल नदी किनारे के गांव में आंधी और बारिश से फसलों को नुकसान हुआ है. प्रशासनिक अधिकारियों ने मैदानी कर्मचारियों से रिपोर्ट मांगी है कि कहां-कहां बारिश ओलावृष्टि या आंधी चली है और इस से क्या-क्या नुकसान हुआ.