मुरैना। जिले में चंबल प्रोग्रेस-वे के विकास की एक नई शुरुआत होने जा रही है. इसके लिए सरकार ने जमीनों का अधिग्रहण करने की शुरुआत कर दी है. जिसके विरोध में पोरसा तहसील के रुधावली गांव के 40 से ज्यादा गांव वालों ने कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपा हैं. किसानों का कहना है कि प्रोग्रेस-वे के लिए जो जमीन ली जा रही है, वो उपजाऊ जमीन है. इस जमीन से कुछ ही दूर पर बीहड़ की जमीन जिसका उपयोग प्रोग्रेस-वे के लिए किया जा सकता है.
इस मामले में जिला कलेक्टर ने किसानों को आश्वासन दिया है, कि वो मौके पर जाकर खुद कैंप लगाएंगे, जिसमें सभी विभागों के अधिकारी रहेंगे. उसी समय इस समस्या का निराकरण किया जा सकेगा. वहीं किसानों का कहना है कि अगर सरकार ने उनकी जमीन का अधिग्रहण किया तो वो अपनी जान तक दे देंगे.
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बता दें 394 किमी लंबे इस प्रोग्रेस-वे में अटेर क्षेत्र के करीब 26 गांव जुड़ेंगे. वहीं चंबल अंचल में विकास की क्रांति लाने के लिए साल 2017 में चंबल नदी के किनारे चंबल एक्सप्रेस-वे परियोजना की शुरुआत की गई थी.