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गांव के बाहर पहरा देती रही पुलिस,अतिक्रमणकारियों ने रातों रात स्थापित कर दी भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा

मुरैना के चैना गांव में सरकारी जमीन पर कांग्रेस नेता और पूर्व जिला पंचायत सदस्य जगदीश देगौर द्वारा अतिक्रमण किया गया था. हाईकोर्ट के आदेश बाद जब प्रशासन की टीम अवैध निर्माण तोड़ने पहुंची तो पहले दबंगों ने पुलिस पर पथराव किया और बाद में सरकारी जमीन पर रातोंरात डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी.

Bhimrao Ambedkar's statue installed
भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित
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Published : Dec 25, 2020, 12:27 PM IST

मुरैना। जिले के चैना गांव में सरकारी जमीन पर कांग्रेस नेता और पूर्व जिला पंचायत सदस्य जगदीश देगौर द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने में प्रशासन और पुलिस के भी पसीने आ रहे हैं. हाईकोर्ट के आदेश पर हो रही कार्रवाई में पिछले 2 दिनों से पूरे गांव में अफरा-तफरी का माहौल मचा हुआ है. जिस मकान को प्रशासन ने आधा तोड़ दिया था,अब उस मकान को भीम आर्मी के साथ मिलकर ग्रामीणों ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर भवन बना दिया है. एक दिन पहले कार्रवाई करने गई प्रशासन की टीम और पुलिस पर जहां अतिक्रमणकारियों ने पथराव किया. जिसमें सरकारी दो गाड़ी क्षतिग्रस्त हुई और दो पुलिसकर्मी घायल भी हो गए थे. जिसके बाद बगचीनी थाना पुलिस ने 21 नामजद ओर 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली. पर किसी भी आरोपी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.

प्रशासन पर आरोप

पहरा देती रही पुलिस अतिक्रमणकारियों ने स्थापित कर दी मूर्ति

वहीं वर्तमान में अतिक्रमणकारियों ने अधूरे टूटे मकान में 8 फीट ऊंचाई डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी. पुलिस ने पूरे गांव की घेराबंदी कर ली है,पर घेराबंदी किए गए गांव में किस तरह से अचानक मूर्ति स्थापित हो गई यह पुलिस ओर प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल खड़ा करती है. सुमावली विधानसभा का चैना गांव इस समय पुलिस छावनी के रूप में तब्दील हो गया है. गांव के चारों तरफ बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया और उसके बाद भी पुलिस और प्रशासन गांव में खेल मैदान की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त नहीं करा पाए.

Bhimrao Ambedkar's statue installed
भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित

विवाद को नया मोड़ देने की कोशिश

वहीं अतिक्रमणकारियों ने पहले वहां पर मकान बना दिया था और अब प्रशासन ने अतिक्रमण की कार्रवाई शुरू की तो उसके बाद अब अतिक्रमणकारियों ने भीम आर्मी के साथ मिलकर उसमें डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी. इस पूरे विवाद को एक नया रंग देने की कोशिश कर रहे हैं. सबसे बड़ा सवाल यही है कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद और पुलिस के पहरे बाद भी अतिक्रमणकारियों ने किस तरह से डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को स्थापित कर दिया. हाईकोर्ट के आदेश पर पुलिस और प्रशासन ने जो कार्रवाई शुरू की थी वो अब पूरी हो पाती है या नहीं. वहीं अतिक्रमणकारियों का कहना है कि गांव के कुछ दबंग लोगों के साथ मिलकर प्रशासन जबरदस्ती कार्रवाई कर रहा है. मूर्ति स्थापित करने के बाद उनका कहना है कि अब ये डॉक्टर भीमराव अम्बेडर भवन है और बगल से खाली पड़ी जगह को अम्बेडकर पार्क बना दिया है.

Encroachers demand
अतिक्रमणकारियों ने की मांग
ये है पूरा मामलाचैना गांव में सर्वे नंबर 722 की जमीन खेल मैदान के लिए आवंटित थी. इस जमीन पर कांग्रेस नेता और पूर्व जिला पंचायत सदस्य जगदीश टैगोर के अलावा अन्य लोगों ने मकान बना लिए था. हाईकोर्ट के आदेश पर राजस्व और पुलिस की टीम ने सोमवार को इन मकानों का आधा हिस्सा तोड़ दिया था. उसके बाद मंगलवार को अधूरे रहे निर्माण को तोड़ने प्रशासन की टीम पहुंची. तो अतिक्रमणकारियों ने पथराव कर प्रशासन की टीम को खदेड़ दिया. इसके बाद अतिक्रमणकारियों ने घरों के पास खाली जमीन पर एक पटिया लगा दी. जिसपर डॉ. आंबेडकर की तस्वीर लगी हुई थी.

मुरैना। जिले के चैना गांव में सरकारी जमीन पर कांग्रेस नेता और पूर्व जिला पंचायत सदस्य जगदीश देगौर द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने में प्रशासन और पुलिस के भी पसीने आ रहे हैं. हाईकोर्ट के आदेश पर हो रही कार्रवाई में पिछले 2 दिनों से पूरे गांव में अफरा-तफरी का माहौल मचा हुआ है. जिस मकान को प्रशासन ने आधा तोड़ दिया था,अब उस मकान को भीम आर्मी के साथ मिलकर ग्रामीणों ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर भवन बना दिया है. एक दिन पहले कार्रवाई करने गई प्रशासन की टीम और पुलिस पर जहां अतिक्रमणकारियों ने पथराव किया. जिसमें सरकारी दो गाड़ी क्षतिग्रस्त हुई और दो पुलिसकर्मी घायल भी हो गए थे. जिसके बाद बगचीनी थाना पुलिस ने 21 नामजद ओर 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली. पर किसी भी आरोपी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.

प्रशासन पर आरोप

पहरा देती रही पुलिस अतिक्रमणकारियों ने स्थापित कर दी मूर्ति

वहीं वर्तमान में अतिक्रमणकारियों ने अधूरे टूटे मकान में 8 फीट ऊंचाई डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी. पुलिस ने पूरे गांव की घेराबंदी कर ली है,पर घेराबंदी किए गए गांव में किस तरह से अचानक मूर्ति स्थापित हो गई यह पुलिस ओर प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल खड़ा करती है. सुमावली विधानसभा का चैना गांव इस समय पुलिस छावनी के रूप में तब्दील हो गया है. गांव के चारों तरफ बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया और उसके बाद भी पुलिस और प्रशासन गांव में खेल मैदान की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त नहीं करा पाए.

Bhimrao Ambedkar's statue installed
भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित

विवाद को नया मोड़ देने की कोशिश

वहीं अतिक्रमणकारियों ने पहले वहां पर मकान बना दिया था और अब प्रशासन ने अतिक्रमण की कार्रवाई शुरू की तो उसके बाद अब अतिक्रमणकारियों ने भीम आर्मी के साथ मिलकर उसमें डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी. इस पूरे विवाद को एक नया रंग देने की कोशिश कर रहे हैं. सबसे बड़ा सवाल यही है कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद और पुलिस के पहरे बाद भी अतिक्रमणकारियों ने किस तरह से डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को स्थापित कर दिया. हाईकोर्ट के आदेश पर पुलिस और प्रशासन ने जो कार्रवाई शुरू की थी वो अब पूरी हो पाती है या नहीं. वहीं अतिक्रमणकारियों का कहना है कि गांव के कुछ दबंग लोगों के साथ मिलकर प्रशासन जबरदस्ती कार्रवाई कर रहा है. मूर्ति स्थापित करने के बाद उनका कहना है कि अब ये डॉक्टर भीमराव अम्बेडर भवन है और बगल से खाली पड़ी जगह को अम्बेडकर पार्क बना दिया है.

Encroachers demand
अतिक्रमणकारियों ने की मांग
ये है पूरा मामलाचैना गांव में सर्वे नंबर 722 की जमीन खेल मैदान के लिए आवंटित थी. इस जमीन पर कांग्रेस नेता और पूर्व जिला पंचायत सदस्य जगदीश टैगोर के अलावा अन्य लोगों ने मकान बना लिए था. हाईकोर्ट के आदेश पर राजस्व और पुलिस की टीम ने सोमवार को इन मकानों का आधा हिस्सा तोड़ दिया था. उसके बाद मंगलवार को अधूरे रहे निर्माण को तोड़ने प्रशासन की टीम पहुंची. तो अतिक्रमणकारियों ने पथराव कर प्रशासन की टीम को खदेड़ दिया. इसके बाद अतिक्रमणकारियों ने घरों के पास खाली जमीन पर एक पटिया लगा दी. जिसपर डॉ. आंबेडकर की तस्वीर लगी हुई थी.
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