मुरैना। साल 2018 में हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा के वर्ग 1 और 2 में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के दस्तावेज का सत्यापन प्रदेश भर में 1 जुलाई से शुरू हो गया है, जो कि 3 जुलाई तक होना है. लेकिन मुरैना में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए जिले में एक जुलाई से तीन दिन के लिए कर्फ्यू लगाया गया है, जिस वजह से दस्तावेजों का सत्यापन नहीं हो पा रहा है. हालांकि, इस विषय में जिला प्रशासन ने शासन से आगमी तिथि निर्धारित करने की अनुमति मांगी है.
कोविड-19 के बढ़ रहे मरीजों की संख्या को देखते हुए जिले में कर्फ्यू लगाया गया है. जिसकी वजह से न केवल बाजार में बल्कि शहर के सभी आवागमन के रास्ते भी सील कर दिए गए हैं और यातायात के वाहनों को भी प्रतिबंधित कर दिया गया है. इस कारण न केवल मुरैना जिले के, बल्कि दूसरे जिलों से आने वाले शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थी भी निर्धारित केंद्र पर पहुंचकर अपने दस्तावेजों का सत्यापन 1 जुलाई से 3 जुलाई के बीच नहीं करा पाएंगे, जिसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने राज्य सरकार से समन्वय स्थापित कर आने वाले समय में अभ्यार्थियों के दस्तावेज सत्यापन के लिए आगामी तिथि निर्धारित करने का प्रस्ताव दिया है.
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प्रदेश सरकार ने जिला प्रशासन की बात को गंभीरता से लेते हुए और अभ्यार्थियों के दस्तावेज सत्यापन संबंधी परेशानियों को ध्यान में रखते हुए 15 जुलाई से 17 जुलाई तक दस्तावेज सत्यापन का समय निर्धारित करने की जानकारी जिला प्रशासन को उपलब्ध कराई है. हालांकि, इस संबंध में आधिकारिक आदेश जारी नहीं हुए हैं, लेकिन जिले में जैसे ही हालात सामान्य होंगे, वैसे ही सत्यापन के लिए अभ्यर्थियों को बुलाया जाएगा. बता दें, प्रदेश के 6 जिलों में दस्तावेज सत्यापन का काम पूर्व निर्धारित तिथि 1 जुलाई से 3 जुलाई तक ही किया जा रहा है.