मुरैना। जिले के देवगढ़ थाना क्षेत्र के नंदपुरा गांव की नहर के पास एक गेहूं के खेत में मगरमच्छ के दिखाई देने के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल है.जिसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी. सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम नंदपुरा गांव पहुंची. जहां से वन विभाग की टीम नंदपुरा गांव के पास नहर किनारे एक गेहूं के खेत में जा पहुंची. खेत के पास झाड़ियों में छिपे मगरमच्छ को वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने लाठी-डंडों के सहारे बाहर निकाल कर उसे रस्सी से बांधकर उसका रेस्क्यू किया. उसके बाद उसे चंबल राजघाट किनारे नदी में छोड़ दिया.
ऐसे पकड़ा मगरमच्छ
दरअसल मुरैना के नंदपुरा गांव में बुधवार को चंबल नहर किनारे होकर मगरमच्छ गेहूं के खेत में जा पहुंचा. मगरमच्छ को गेहूं के खेत में देखते ही ग्रामीण डर गए और इसकी सूचना तुरंत वन विभाग को दी. ग्रामीणों से सूचना मिलते ही वन विभाग 5 सदस्यीय रेस्क्यू टीम लेकर मगरमच्छ को पकड़ने के लिए नंदपुरा गांव के पास खेत में जा पहुंची. उसके बाद टीम ने रेस्क्यू चलाया,सबसे पहले टीम ने लाठी-डंडों के सहारे मगरमच्छ को झाड़ियों से बाहर निकाला. फिर वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ को काफी मशक्कत के बाद पकड़ लिया. मगरमच्छ को पकड़ने में वन विभाग की टीम को लगभग 30 से 40 मिनट का समय लगा. मगरमच्छ को पकड़कर रेस्क्यू टीम ने राजघाट चंबल किनारे सुरक्षित जगह पर छोड़ दिया है.
जांच में जुटा वन विभाग
बताया जा रहा है कि नंदपुरा गांव में मगरमच्छ चंबल नहर में से निकलकर धीरे-धीरे पास के एक गेहूं के खेत में पहुंच गया था. मगरमच्छ को देखने बाद ग्रामीण नहर में अपने मवेशियों को पानी पिलाने और नहाने के लिए जाने से कतरा रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की लापरवाही से मगरमच्छ नहर में आ रहे हैं. जो मानव जीवन के लिए बहुत घातक है,फिलहाल वन विभाग इस बात का पता लगाने में जुटा हुआ है कि मगरमच्छ कहां से आया होगा.