मुरैना। नगर निगम आयुक्त (Municipal council commissioner) को बदले हुए एक महीना होने को है, लेकिन नगर निगम में अभी भी पूर्व निगम आयुक्त अमरसत्य गुप्ता को लेकर विवाद के हालात बने हुए हैं. निगम में निर्माण कार्य करने वाले एक ठेकेदार ने कोतवाली थाने में पूर्व नगर निगम आयुक्त अमरसत्य गुप्ता पर एफआईआर (FIR Filed) के लिए आवेदन दिया है.
फाइल गायब करने के लगाए आरोप
एफआईआर में आयुक्त गुप्ता पर फाइलें गायब करने के आरोप लगाए गए हैं. इसके अलावा नगर निगम पालिका के पूर्व आयुक्त अमर सत्य गुप्ता पर करोड़ों के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है. निगम के ठेकेदारों ने कोतवाली थाने में मामला दर्ज करने की मांग की है. ठेकेदारों की माने तो उन्होंने ईओडब्ल्यू (EOW) और लोकायुक्त में भी शिकायत की है. गुप्ता पर निगम कार्यालय से कई फाइल गायब करने का आरोप भी है, जिस पर पुलिस ने जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
निगम में रहते हुए पूर्व आयुक्त गुप्ता ने करोड़ों के भ्रष्टाचार किये हैं. कोतवाली टीआइ शैलेन्द्र गोविल को दिए आवेदन में मैसर्स राजेन्द्र शर्मा के मालिक राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि उनकी कंपनी ने नगर निगम में कई निर्माण कार्यों का ठेका लिया. इसके अलावा श्रीजी कंस्ट्रक्शन में भी उनकी भागीदारी है. इन दोनों ठेका कंपनियों ने नगर निगम में सड़कों से लेकर नाले व अन्य निर्माण कार्यों का ठेका लिया. उसी के साथ कई ठेकेदारों की फाइल गायब कर दी गयी है, जिनकी शिकायत पुलिस के साथ साथ ईओडब्ल्यू ओर लोकायुक्त में की गई है.
राजेंद्र शर्मा, ठेकेदार नगर निगम
फाइल गायब करने की शिकायत का आवेदन प्राप्त हुया है जिस पर जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. नगर निगम कमिश्नर को पत्र लिखकर उनसे फाइलों की जानकारी मांगी जाएगी. अगर जानकारी में फाइल गायब होने की बात सामने आती है, तो पूर्व नगर निगम कमिश्नर अमर सत्य गुप्ता के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा.
अतुल सिंह, सीएसपी