मुरैना। प्रदेश की 24 सीटों पर और चुनाव की तैयारियों को लेकर निर्वाचन आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों को पत्र लिखकर तैयारी करने के निर्देश जारी कर दिए हैं. जिससे प्रदेश की राजनीति तेज हो गई है और कांग्रेस के लिए मुरैना जिले में एक बड़ी चुनौती है कि वह अपनी पांचों सीटों पर उन्हें वापसी कर पाए.
इन सीटों पर जौरा विधानसभा से कांग्रेस विधायक की असमय निधन के बाद सीट खाली हो गई थी तो शेष सुमावली, मुरैना, दिमनी और अंबाह पर कांग्रेसी विधायकों ने त्यागपत्र देकर भाजपा का दामन थाम लिया था.
वहीं कांग्रेस के पास जनाधार वाले नेताओं का अभाव होने के कारण प्रत्याशी चयन में खासी मशक्कत करनी पड़ रही है. क्योंकि कांग्रेस के जो शीर्ष नेता थे वह पहले ही सिंधिया के साथ भाजपा के खेमे में जा चुके हैं और कांग्रेस को अंचल में कौन वापसी कराएगा इसके लिए उन्होंने जन सर्वे को अपना हथियार बनाया है.
कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा वार-दावेदारों के साथ बैठकर भी यह सहमति बनाई है कि जनता जिसके लिए रायशुमारी में सर्वाधिक मत देगी, पार्टी भी उसे ही क्षेत्र से उम्मीदवार बनाएगी.