मुरैना। बाढ़ प्रभावितों की मदद को लेकर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने आ गई है. कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने सरकार पर आरोप लगाया कि बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए सरकार अभी तक कोई व्यवस्था नहीं की है. जयवर्धन सिंह के बयान पर जौरा से भाजपा विधायक सूबेदार सिंह रजौधा ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार थी, तब उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए क्या व्यवस्था की थी, कोई भी नेता बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में दौरा करने तक नहीं पहुंचा, जयवर्धन सिंह के अनुसार मुरैना में बड़ी संख्या में गांव वाले बाढ़ की चपेट में आए, पर बाढ़ पीड़ित किसानों के लिए बीजेपी सरकार ने अभी तक कुछ भी नहीं किया है, जिनके घर बाढ़ में बह गए, अनाज पूरा खराब हो गया वो आज भूखे मरने की कगार पर हैं. उनकी बर्बाद फसलों का अभी तक सरकार ने आंकलन भी नहीं किया है, ऐसे में ये किसान किस तरह जिंदा रहेंगे. जयवर्धन सिंह ने सरकार से मांग की है कि वह जल्द से जल्द फसलों का मुआवजा किसानों को वितरित करे.
वहीं एडीएम मुरैना नरोत्तम भार्गव की माने तो इस साल मुरैना में बाढ़ से 243 गांव प्रभावित हुए हैं, जिनमें 42 पशु हानि सहित दो जनहानि हुई है, जिनका मुआवजा प्रशासन ने वितरित कर दिया है, इसके अलावा 1500 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनका मुआवजा भी प्रशासन वितरित कर चुका है. अब तक लगभग एक करोड़ मुआवजा वितरित किया जा चुका है, वहीं फसलों का भुगतान भी सर्वे कराकर किया जा रहा है, जिसके पूरा होते ही फसलों के नुकसान का मुआवजा भी किसानों को वितरित कर दिया जाएगा.
कांग्रेस विधायक के आरोपों पर जौरा से बीजेपी के विधायक सूबेदार सिंह रजौधा ने पलटवार करते हुए कहा कि 2019 में कांग्रेस की सरकार के समय जब बाढ़ आई थी तो मुरैना में विधायक होने के बाद भी कोई बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए नहीं पहुंचा था, मुख्यमंत्री के आदेश पर सभी विधायक हेलीकॉप्टर से घूमकर निकल गए, जबकि उस समय बिना विधायक रहे भी बाढ़ पीड़ितों की मदद की और आज भी बाढ़ पीड़ितों के लिए सरकार पूरी तरह से मदद कर रही है. भाजपा विधायक ने जयवर्धन सिंह को हवा-हवाई नेता और राजा का बेटा कहते हुए चुटकी ली कि वह तो स्वागत कराने के लिए आए थे और अपना स्वागत कराकर चले गए.