मुरैना। जौरा न्यायालय में एक युवक शिकायत की थी. जिसके बाद जौरा कोर्ट ने जौरा थाना प्रभारी देवेंद्र कुशवाह पर गुरुवार को धोखाधड़ी, षड्यंत्र रचने, कूट रचित दस्तावेज बनाने जैसी कई संगीन धाराओं में केस दर्ज किया था. कोर्ट ने जौरा थाना प्रभारी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने की जिम्मेदारी मुरैना एसपी सुनील कुमार पांडे को पत्र लिख कर दी थी. इस घटनाक्रम के बाद एसपी सुनील कुमार पांडे ने उन्हें थाने से हटाकर लाइन अटैच कर दिया.
धोखाधड़ी के लिए फर्जी सिम मुहैया कराने वाले गिरफ्तार
- ये है पूरा मामला
गौरतलब है कि मुकेश शर्मा ने जौरा कोर्ट में शिकायत की थी कि कुछ महीने पहले उसने रोहित सिरवैया से एक टवेरा कार खरीदी थी. जिसमें कॉन्ट्रेक्ट किया गया था कि कार के फाइनेंस की समस्त किस्तों का भुगतान मुकेश शर्मा ही करेगा. कॉन्ट्रेक्ट की शर्त के अनुसार टवेरा कार की किस्तों का भुगतान मुकेश शर्मा करता रहा. रोहित शर्मा ने इस वाहन को हड़पने के लिए जौरा थाना प्रभारी देवेंद्र कुशवाहा के साथ मिलकर मुकेश शर्मा से कार छीन ली. जब मुकेश शर्मा ने वाहन मांगा तो थाना प्रभारी ने उसे केस में फंसाने की धमकी दी, और उक्त वाहन कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर बीमा कंपनी को दे दिया. इसी संबंध में मुकेश ने जौरा न्यायालय में शिकायत की थी. जौरा न्यायालय ने इस पूरे घटनाक्रम में रोहित सिरवैया और जौरा थाना प्रभारी देवेंद्र कुशवाहा को आरोपी माना और दोनों पर केस दर्ज किया था.
- जौरा कोर्ट के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करेंगे
हटाए गए जौरा थाना प्रभारी देवेंद्र कुशवाह ने हाई कोर्ट में जौरा कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील की बात कही है. उधर उस घटनाक्रम के बाद एसपी सुनील कुमार पांडे ने जौरा थाना प्रभारी देवेंद्र कुशवाहा के लाइन अटैच करने के आदेश जारी कर दिए हैं. माना जा रहा है इस मामले में विभाग की तरफ से जौरा थाना प्रभारी पर और भी कार्रवाई हो सकती है.