मुरैना। शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र अंतर्गत सुदामा नगर में रहने वाले किराना व्यापारी सत्यदेव शर्मा ने 15 दिन पहले अपने बेटा-बेटी और पत्नी की हत्या कर खुद फांसी लगा ली थी. एक ही परिवार के चार लोगों की मौत के बाद 15 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ अभी खाली के खाली है. इस पूरे मामले को लेकर पुलिस अभी तक किसी ठोस कार्रवाई तक नहीं पहुंच पाई है. जांच के दौरान सत्यदेव की कॉल डिटेल में 45 सटोरियों के नंबर भी सामने आये थे. पुलिस उन सभी सटोरियों से लगभग पुछ्ताछ कर चुकी है.
गौरतलब है कि, सुदामा नगर में रहने वाले किराना व्यापारी सत्यदेव शर्मा ने 31 मार्च और एक अप्रैल की रात को बेटा अश्वनी, बेटी मोहनी और पत्नी ऊषा शर्मा की धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी थी. उसके बाद व्यापारी ने खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत के बाद इलाके में सनसनी फैल गई थी.
मुरैना: बीवी-बेटे-बेटी की हत्या करने के बाद फांसी पर झूला पति
सिविल लाइन थाना पुलिस मृतक के परिजनों और ससुराल पक्ष से भी पूछताछ कर रही है. पुलिस का दावा है कि सत्यदेव शर्मा सट्टे के दलदल में पूरी तरह से डूबा हुआ था. वो सट्टा भी खेला करता था. इसकी वजह से काफी रुपए फंस गए थे. 13 लाख रुपए का कर्ज भी हो गया था. हालांकि कर्ज की वजह से चार मौतों की बात लोगों के गले नहीं उतर रही है. लोगों का कहना है कि अगर कर्ज में फंसे थे, तो पूरे परिवार की जान लेने की क्या जरूरत थी.