मुरैना। हाल ही में PHE मंत्री ऐदल सिंह कंषाना बीजेपी नेता गजराज सिंह सिकरवार के घर पहुंचे, जहां बीजेपी नेता गजराज ने PHE मंत्री का स्वागत किया. इस दौरान बीजेपी के वरिष्ठ नेता गजराज सिंह सिकरवार ने इशारों-इशारों में कह दिया कि कभी-कभी राजनीति में कड़वा घूंट भी पीना पड़ता है. वहीं कैबिनेट मंत्री का कहना है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता गजराज सिंह सिकरवार मेरे बड़े भाई हैं. हम दोनों में कभी भी कोई लड़ाई नहीं रही है.
कहते हैं राजनीति में दोस्त और दुश्मन कब एक हो जाएं मालूम नहीं चलता. यही कहावत इन दिनों मुरैना में भी दिख रही है. मुरैना जिले की राजनीति में हमेशा से ही दो कद्दावर नेता एक-दूसरे के धुर विरोधी रहे हैं. ये दोनों नेता सुमावली विधानसभा में हर बार चुनाव में आमने-सामने खुलकर आते रहे हैं, लेकिन इस बार इन दोनों की राजनीतिक दुश्मनी दोस्ती में बदल गई है.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता गजराज सिंह सिकरवार और कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए PHE मंत्री ऐदल सिंह कंषाना ये दोनों नेता हमेशा से राजनीति में एक-दूसरे के प्रतिद्वंदी रहे हैं. साथ ही इन दोनों नेताओं के बीच आपसी लड़ाई भी हर चुनाव में देखी गई है, लेकिन इस बार ये दोनों नेता आगामी समय में होने वाले उपचुनावों में एक ही पार्टी का झंडा उठाएंगे.
जिले की सुमावली विधानसभा में बीजेपी से चार बार प्रत्याशी रहे गजराज सिंह सिकरवार और कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए मंत्री ऐदल सिंह कंषाना एक दूसरे के धुर विरोधी माने जाते हैं. यही वजह है कि हर चुनाव में इन दोनों नेताओं के बीच लड़ाई-झगड़े होते रहे हैं और धीरे-धीरे इन दोनों नेताओं के बीच दुश्मनी की रेखा भी काफी लंबी हो गई थी. लेकिन हाल ही में ऐदल सिंह कंषाना कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं और इस बार उपचुनाव में बीजेपी की तरफ से सुमावली विधानसभा के प्रत्याशी ऐदल सिंह कंषाना ही होंगे.
पीने पड़ते हैं कड़वे घूंट
बता दें बीजेपी के वरिष्ठ नेता गजराज सिंह सिकरवार पहले से ही इस विधानसभा सीट में खासा वर्चस्व रखते हैं. यही वजह है कि मंत्री ऐदल सिंह कंषाना बीजेपी के वरिष्ठ नेता गजराज सिंह के घर पहुंचे और अपनी राजनीतिक दुश्मनी को पीछे छोड़कर उनके गले मिले.
वहीं गजराज सिंह सिकरवार ने भी घर आने पर उनका स्वागत किया. इस बात पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता गजराज सिंह सिकरवार ने कहा कि लंबे समय से विचारों का विरोध था. हम दोनों में कभी भी कोई झगड़ा नहीं हुआ, लेकिन अब पार्टी के परिवार के सदस्य हैं. वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने इशारों-इशारों में कह दिया कि कभी-कभी राजनीति में कड़वा घूंट भी पीना पड़ता है. राष्ट्रीय स्तर पर समझौता हुआ है और अब जब ये हमारी पार्टी में आ गए हैं, हमारी पार्टी के झंडे से प्रचार करेंगे तो हम उनका स्वागत करते हैं.
बड़े भाई हैं गजराज सिंह सिकरवार
वहीं PHE मंत्री का कहना है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता गजराज सिंह सिकरवार मेरे बड़े भाई हैं. हम दोनों में कभी भी कोई लड़ाई नहीं रही है. लेकिन जब मैं कांग्रेस में था तो उस समय वो मेरे विपक्षी पार्टी के नेता थे. लेकिन आज एक परिवार और एक पार्टी में हैं. आगामी समय में होने वाले उपचुनाव में वो मेरे आगे-आगे रहेंगे और मैं उनके पीछे चलूंगा.