मुरैना। जिले में गर्मियों का दौर शुरू हो चुका है, इसी के चलते अब कई इलाकों में पानी की समस्या भी सामने आ रही है. जिले की कई नदियां सूख गई हैं, वहीं क्वारी नदी में पानी नहीं छोड़ जाने से आसपास के इलाकों में पीने का पानी भी उपलब्ध नहीं है. ऐसे में चंबल क्षेत्र की दूसरी सबसे बड़ी नदी क्वारी नदी भी अब सूख चुकी है. इलाके के लोगों की माने तो अगर नहरों में छोड़े जाने वाले पानी में से कुछ पानी अब नदी में छोड़ा जाए तो इससे क्षेत्र के पशु-पक्षियों को तो जहां राहत मिलेगी, वहीं वाटर लेवल बढ़ने से पीने का पानी भी लोगों को उपलब्ध हो सकेगा.
- डैम बनाने से मिलेगी राहत
मुरैना जिले में चंबल नदी के बाद सबसे बड़ी नदी क्वारी नदी है. जो कि मुरैना जिले के सैकड़ों गांवों से होकर निकली है. क्वारी नदी में अगर पानी छोड़ा जाता है, तो इन सभी ग्रामीण क्षेत्रों में पीने के पानी की उपलब्धता हो सकेगी. भीषण गर्मी की शुरुआत के समय ही इन इलाकों में पानी का संकट मंडराने लगा है. वाटर लेवल भी नीचे जा चुका है. जिसके चलते इस नदी के सूखने से जहां पीने का पानी लोगों को उपलब्ध नहीं होगा, वहीं जानवरों और पक्षियों के लिए भी पानी उपलब्ध नहीं है. ऐसे में ग्रामीणों की मांग है कि इस नदी पर डैम बनाया जाए जिससे के बारिश का पानी रुक सके. उसी के साथ बड़ी नहर से अगर इसमें पानी छोड़ा जाता है, तो इससे भी काफी बड़ी राहत मिलेगी.
- जल संसाधन मंत्री से करेंगे बात
क्वारी नदी के सूखने की बात को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों के नेता चिंतित हैं. उन्होंने भी इस बात को स्वीकार किया है कि अगर समय-समय पर बड़ी नहर से थोड़ा-थोड़ा पानी नदी में छोड़ा जाए तो इससे इलाके के लोगों और पशु पक्षियों और जानवरों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी. जिसके लिए दोनों दल के नेता जल संसाधन मंत्री से बात करने की कह रहे है.