मुरैना। पोरसा कस्बे में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने एक नाबालिग लड़की की शादी रुकवा दी. इससे नाराज़ होकर दूल्हे ने दुल्हन की छोटी बहन का अपहरण कर लिया. हालांकि, पुलिस ने अपहृत नाबालिग को ढूंढ लिया है. इस घटना में सहयोग करने वाली महिला को भी गिरफ्तार कर लिया गया, जो दूल्हे की रिश्तेदार है. वहीं, आरोपी दूल्हा फरार बताया जा रहा है.
जबरन भर दिया नाबालिग लड़की की मांग सिंदूर
दलित नाबालिग की शादी की सूचना मिलते ही, पुलिस और महिला बाल विकास विभाग सक्रिय हो गए और शादी में पहुंच गए. वहां पहुंची पुलिस ने लड़की के परिजनों को काफी देर तक समझाया. जब परिजन मान गए तो लड़की को थाना लाया गया. पुलिस व प्रशासन ने लड़की का मेडिकल टेस्ट कराया और उसे वन स्टॉप सेंटर में भर्ती करा दिया. हालांकि, इस जद्दोजहद के बीच दूल्हे ने नाबालिग लड़की की मांग सिंदूर से भर दिया.
बच्ची और उसकी परिजनों की हुई कॉउंसलिंग
मौके पर पहुंचे अधियारियों ने नाबालिग के माता-पिता को बैठाकर उनकी कॉउंसलिंग की तो वे नाबालिग की शादी नहीं करने की बात पर सहमत हो गए. उन्होंने स्वीकार किया कि अज्ञानता बस वे अपनी 14 साल की बेटी की शादी करने जा रहे थे. माता-पिता की सहमती के बाद सीडीपीओ नाबालिग को मुरैना स्थित वन स्टॉप सेंटर ले गई. इसके बाद नाबालिग के परिजनों सहित पुलिस व महिला बाल विकास विभाग की अधिकारी निश्चिन्त हो गए.
विवाह रुकने पर कर लिया छोटी साली अपहरण
शादी रुकने से नाराज दूल्हा अपनी महिला रिश्तेदार के साथ लड़की वालों के घर पहुंचा और नाबालिग दुल्हन की छोटी बहन को शादी के लिए जबरदस्ती ले गया. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासन ने तलाशी अभियान चलाकर लड़की को ढूंढ लिया. इस घटना को अंजाम देने में दूल्हे की मदद करने वाली महिला रिश्तेदार को भी पकड़ लिया गया. पुलिस ने नाबालिग बच्चा के पिता की शिकायत पर अपहरण और बाल विवाह अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है. हालांकि दूल्हा फरार चल रहा है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
लगातार बढ़ रही हैं घटनाएं
महिला अपराध व बाल विवाह को रोकने के लिए पुलिस व महिला बाल विकास विभाग की टीम पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रही है. लेकिन फिर भी लोगों की अज्ञानता की वजह से बाल विवाह जैसी घटनाएं सामने आ रही है.