भोपाल। शिवपुरी के जिला अस्पताल में मरीज की मौत के बाद पांच घंटे तक उसका शव बेड पर पड़ा रहा और उसमें चीटियां लग गईं. इस मामले में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कड़ी नाराजगी जताते हुए जांच के आदेश दिए हैं. सीएम की नाराजगी के बाद अस्पताल के सिविल सर्जन सहित आधा दर्जन कर्मचारियों पर निलंबन की कार्रवाई की गई है.
इस मामले में दोषी पाए जाने पर सिविल सर्जन डॉक्टर पीके खरे को भी निलंबित कर दिया गया है, वहीं घटना के वक्त ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर दिनेश राजपूत पर भी निलंबन की कार्रवाई की गई है. इसके अलावा तीन नर्सों को भी निलंबित किया गया है. साथ ही वार्ड बॉय संजय शर्मा और सुरक्षा गार्ड केशव रावत पर भी निलंबन की कार्रवाई की गई है.
इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कड़ी नाराजगी जताई थी और जांच के आदेश दिए थे. सीएम की नाराजगी के बाद संभागायुक्त एमबी ओझा ने निलंबन की कार्रवाई की है. शिवपुरी के जिला अस्पताल के मेडिकल वार्ड में भर्ती एक मरीज की मौत हो गई थी, इसके बाद भी पांच घंटे तक उसका शव बेड पर ही पड़ा रहा और उसे चीटियां खाती रही.