मुरैना। जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा. मंगलवार देर रात जहां मौत का आंकड़ा 16 था. बुधवार को यह संख्या बढ़कर 21 हो गया. गुरूवार को तीन और लोगों की मौत हो गई. जिसके बाद मौत का यह आंकड़ा 24 पहुंच गया है. वहीं 9 लोग ग्वालियर और 10 लोग मुरैना जिला अस्पताल में भर्ती हैं. वहीं मुख्यमंत्री द्वारा एसआईटी की तीन सदस्यीय दल मुरैना पहुंच गई है. अधिकारियों की सर्किट हाउस में आला अधिकारियों के साथ बैठक हो रही. बैठक में आईजी चंबल जोन कमिश्नर, चंबल संभाग के अलावा मुरैना कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक सहित सभी अधिकारी मौजूद.
बुधवार सुबह भी हुई मौतें
मुरैना जिले की सुमावली विधानसभा के 3 गांवों में जहरीली शराब से 21 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 10 लोग मुरैना जिला अस्पताल में अभी भी भर्ती हैं. बुधवार की सुबह बिलईया पुरा गांव निवासी विकास अर्गल और छिछावली का पुरा चैना गांव निवासी काली चरण कुशवाह को परिजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. इसी तरह बिलईया पुरा गांव निवासी मनीराम जाटव को जिला अस्पताल में गंभीर हालत में लाया गया. डॉक्टरों ने उसे ग्वालियर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया.
सिविल लाइन थाना क्षेत्र के महाराजपुर रोड़ पर रहने वाले पवन राठौर जिनकी उम्र 50 साल है, इनकी भी मंलवार की रात मौत हो गई. इनके परिजन ने बताया कि सुमावली क्षेत्र के पहवली गांव निवासी रामनिवास गुर्जर का मकान महाराजपुर रोड पर बना हुआ है. जिसमें पवन राठौर अपने परिवार के साथ किराए से रहता है. 11 जनवरी को रामनिवास गुर्जर अपने घर आया हुआ था और उसके पास शराब थी. पवन ने उसके साथ ही शराब पी. जिसमें से रामनिवास गुर्जर की सोमवार की रात मौत हो गई और पवन राठौर की मंलवार की रात को मौत हुई. पवन की तबियत मंगलवार को खराब हुई थी, जिसको ग्वालियर रेफर कर दिया गया था.
बीते दिन आबकारी विभाग ने की कार्रवाई
बुधवार को दिन भर आबकारी विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने अवैध शराब के भंडारण और बनाने वालों पर कार्रवाई की थी. जिसमें खैरा गांव के श्मशान घाट के पास, अवैध शराब बाजरे की करब में और सरसों की खेत से अवैध शराब बरामद की गई थी. यह अवैध शराब स्थानीय स्तर पर बनाई जाती थी. जिसे ग्रामीणों की निशानदेही पर पुलिस और आबकारी विभाग द्वारा बरामद किया था.
9 महीने में 46 मौतें, जिम्मेदार कौन?
जहरीली शराब से पिछले 9 महीने में प्रदेश में 46 मौतें हो चुकी हैं मगर इस धंधे पर नकेल नहीं कसा जा सका है. मुरैना शराब कांड़ की जांच भोपाल से एडीजी स्तर के अधिकारी करेंगे. दावा है कि सरकार एक्शन में है और अधिकारी भी सक्रिय हैं. मगर अब भी मौतें जारी हैं. आज एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बैठक बुलाई और मुरैना जिले के कलेक्टर अनुराग वर्मा, SP अनुराग सुजातिया को हटा दिए. इसके साथ ही SDOP का निलंबित किया गया है. मुख्मयंत्री ने आज दिन में हाई लेवल मीटिंग बुलाई और एक्शन के निर्देश दिए. बैठक में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस शामिल थे.
इतनी हुईं मौतें
- बंटी गुर्जर, उम्र 35 निवासी पहवली
- जितेंद्र सिंह गुर्जर,उम्र 27 निवासी पहवली
- रामनिवास गुर्जर,उम्र 52 निवासी पहवली
- रामकुमार किरार,उम्र 35 निवासी छैरा मानपुर
- धर्मेंद्र किरार,उम्र 45 छैरा मानपुर
- ध्रुव सिंह किरार,उम्र 55 छैरा मानपुर
- सरनाम सिंह किरार,उम्र 45 छैरा मानपुर
- दिलीप शाक्य उम्र 32 छैरा मानपुर
- जितेंद्र जाटव ,उम्र 28 छैरा मानपुर
- केदार किरार,उम्र 52 छैरा मानपुर
- मुकुट सिंह राठौर,उम्र 35 छैरा मानपुर
- अमर सिंह जाटव,उम्र 50 बिलईया पुरा
- जीवाराम,उम्र 62 छैरा मानपुर
- जितेंद्र,उम्र 40 छैरा मानपुर
- दीपेश,उम्र 27 छैरा मानपुर
- कमल किशोर,उम्र 37 छैरा मानपुर
- विकास अर्गल, उम्र 22 बिलईया पुरा
- कालीचरण कुशवाहा,उम्र 38 छिछावली का पुरा चैना
- पवन राठौर,उम्र 50 न्यू हाउसिंग कालोनी महाराजपुर रोड
- रमेश बाल्मीकि निवासी छैरा
- कैलाश जैतपुर रेपुरा
- पंजाब सिंह किरार,निवासी ग्राम छैरा
- एक अन्य की मौत हुई है.