मंदसौर। आज के दौर में की भागदौड़ भरी जिंदगी के बीच जब आम लोगों के पास खुद को और अपने परिवार को देने के लिए को समय नहीं है. ऐसे वक्त मे भी कुछ लोग ऐसे हैं जो अपनी नौकरियों के बावजूद समाज सेवा के क्षेत्र में योगदान दे रहे हैं. मंदसौर के ग्राम गलिया खेड़ी के प्राथमिक स्कूल में पदस्थ शिक्षक श्याम सिंह चुंडावत भी एक ऐसे ही शक्स हैं जो नौनिहालों के भविष्य को बनाने के अलावा, पोस्ट कार्ड पर कार्टून बना कर पर्यावरण सुधार, जल संरक्षण ,प्रदूषण और स्वास्थ्य सुधार जैसे मसलों पर जनजागरण का काम कर रहे हैं.
श्याम सिंह चुंडावत से प्रभावित हो रहे लोग
पानी बचाएं, पेड़ लगाएं, एड्स एक जानलेवा बीमारी है, बच्चे तो दो ही अच्छे और स्वच्छता ही जीवन है, जैसे संदेशों के लिए वे अब तक एक लाख से भी ज्यादा पोस्ट का ड्राइंग कर चुके हैं. इन पोस्टकार्ड को वे सार्वजनिक स्थानों सरकारी बिल्डिंगों चौराहों और वाहनों के अलावा स्कूलों और पंचायत भवनों में चिपका देते हैं. उनका मानना है कि जन जागरण का यह एक अच्छा माध्यम है. लोग उनके कार्टून वाले पोस्टकार्ड को देखकर काफी प्रभावित होते हैं.
अब तक 1 लाख से ज्यादा पोस्टकार्ड
बुजुर्ग शिक्षक श्याम सिंह पिछले 9 सालों से मंदसौर के ग्राम गलिया खेड़ी के सरकारी स्कूल में पदस्थ हैं. पहली बार 30 साल पहले पड़े सूखे की विभीषिका को देखते हुए उन्होंने पर्यावरण सुधार के मिशन पर काम शुरू किया था, जो अनवरत जारी है. पिछले 30 सालों में श्याम सिंह एक लाख से भी ज्यादा कार्टून वाले पोस्टकार्ड बना कर सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा कर चुके हैं.
कार्टून बनाकर लोगों को दे रहे संदेश
श्याम सिंह स्कूटी में पड़े एक झोले में उनके ब्रश, स्केच पेन और कलर ट्रे हमेशा पड़ी रहती है. वे सेवा के इस अनूठी पहल के नए आयामों के लिए हमेशा इतने तल्लीन रहते हैं, जैसे ही उन्हें 5 मिनट का भी टाइम मिलता है वे कार्टून बनाने का काम शुरू कर देते हैं.
साथी शिक्षक भी जुड़ रहे साथ
सालों से चले आ रहे उनके इस तरह के मिशन से उनके साथ नौकरी करने वाले सहयोगी शिक्षक और इलाके के लोग भी काफी खुश हैं. उनके सहयोगी शिक्षक मोहनलाल सिंधी भी उनके इस मिशन पर उनका साथ देते हैं और वह भी अब उनके साथ इस मिशन में जुड़ गए हैं.
कोरोना काल में किए काफी प्रयास
श्याम सिंह स्कूल में छात्रों को पढ़ाने के अलावा वे पोस्टकार्ड पर वाटर कलर से कार्टून बनाने और उस पर एक संदेश लिखने का अभियान कई सालों से चला रहे हैं. नौकरी के साथ-साथ वे कई सालों से रोजाना एक पेड़ लगाने का काम भी कर रहे हैं. कोरोना काल में भी शिक्षक श्याम सिंह ने कोरोना से बचाव को लेकर कआ पोस्ट कार्ड बना चुके हैं. इलाके में बतौर कोरोना वारियर्स उन्होंने एक मिसाल पेश की है.
प्रशासनिक अधिकारी भी कर रहे तारीफ
शिक्षक श्याम सिंह चुंडावत को अब देश के कई कोनों के लोग उनके मिशन पर संदेश भेज रहे हैं. वहीं शिक्षा के क्षेत्र में उनके इस अनूठे योगदान के अलावा समाज सेवा के इस मिशन से क्षेत्र के प्रशासनिक अधिकारी भी उनसे काफी खुश है. जिला पंचायत सीईओ ऋषव गुप्ता ने उनके मिशन की तारीफ करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी है.
ट्रेनिंग और यात्राओं में भी जारी रहा मिशन
एक से डेढ़ मिनट में एक पोस्टकार्ड पर कार्टून बनाकर संदेश लिख देने वाले शिक्षक श्याम सिंह चुंडावत की कार्टून बनाने और तत्काल संदेश लिखने कि इस कला में वे काफी पारंगत हैं. अपनी शासकीय सेवा के दौरान हुई ट्रेनिंग में वे मुंबई और पुणे में भी सार्वजनिक स्थानों पर सैकड़ों पोस्टर चस्पा कर चुके हैं. उत्तर भारत और दिल्ली की यात्रा के दौरान भी उन्होंने अपने वृक्षारोपण और जनसंदेश का मिशन जारी रखा था.