मंदसौर। 21 दिन के लॉकडाउन में सबसे बड़ी फजीहत उन दिहाड़ी मजदूरों की हो गई है जो अपना घर बार छोड़कर रोजगार के लिए जिले में आए थे. लॉक डाउन के दौरान ऐसे हजारों मजदूर हैं जो अब पैदल चलकर अपने घरों की ओर जा रहे हैं, और सबसे बड़ी समस्या उनके खाने की हो रही है. जिसके चलते पिपलिया मंडी के एक समाज सेवक ने इन दिनों नीमच से लगाकर रतलाम तक फोर लाइन पर आने जाने वाले दिहाड़ी मजदूरों और राहगीरों को रोजाना भोजन के पैकेट बांटने का जिम्मा उठाया है.
तिवारी ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक और स्टाफ ने पिपलिया मंडी में एक भोजनशाला ही खोल दी है. इनके स्टाफ गण सुबह से ही दो कारों में भोजन के पैकेट भर कर निकल पड़ते हैं और फोर लाइन के तमाम बस स्टॉप और रास्तों में बैठे लोगों को भोजन के पैकेट बांट रहे हैं. उधर पिपलिया मंडी की ही साईं सेवा समिति ने आज एक लाख एक हजार रुपए की धनराशि का चेक कलेक्टर को सौंपा है. जिससे इन मजदूरों की कुछ मदद हो सकेगी.