मंदसौर। मालवा इलाके में पिछले 24 घंटों से मौसम का मिजाज अचानक बदल गया है. गुरुवार शाम से मंदसौर जिले की तमाम तहसीलों में रुक- रुक कर बारिश और ओलावृष्टि होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. सबसे ज्यादा नुकसान किसानों के खेतों और खलिहानों की रबी फसलों को हुआ है. यहां कोरोना वायरस के बाद प्रकृति ने भी कहर बरपाना शुरू कर दिया है और इन हालातों से किसानों में भारी चिंता का माहौल है.
जिले में इन दिनों गेहूं, चना और लहसुन फसल की कटाई का काम जोरों पर है, सभी खेतों में फसलें कटी पड़ी है. कई खेतों में खड़ी फसलें तेज हवा और बारिश के अलावा ओलावृष्टि से आड़ी गिर गई है. इलाके में इन दिनों पिछले सीजन की अफीम फसल में भी लुनाई चिरई का काम आखरी दौर में चल रहा है. प्राकृतिक आपदा से लोग भारी परेशान हैं.
कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण 21 दिनों के लॉक डाउन से कई लोग आइसोलेशन की दशा में अब अपने खेतों पर ही किसानी कारोबार कर रहे हैं. जैसे- तैसे अपना जीवन बिता रहे किसानों पर अचानक आई प्राकृतिक आपदा से ग्रामीण क्षेत्रों का जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है.