मंदसौर। ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई कुसुम योजना की प्रदेश के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री ने मंदसौर से शुरुआत की. कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह डंग ने कंप्यूटराइज बटन दबाकर यह सौगात प्रदेशवासियों को भेंट की है. इस योजना में किसान और समूहगत संस्थाएं अब अपनी जमीन पर 500 किलो वाट से लगाकर 2 मेगावाट तक के बिजली के संयंत्र स्थापित करते हुए, सरकार को बिजली बेचकर मुनाफा कमा सकेंगे.
बिजली उत्पादन के मामले में केंद्र सरकार ने प्रदेश में एक नई शुरुआत की है. सोलर सिस्टम के जरिए बिजली उत्पादन के लिए सरकार ने कुसुम योजना की शुरुआत की है. इस योजना के मुताबिक किसान या किसानों का समूह अब अपनी निजी जमीन पर 500 किलो वाट से लेकर 2 मेगावाट तक क्षमता वाले सोलर संयंत्र स्थापित कर सकेंगे. इन संयंत्रों से उत्पादित होने वाली बिजली मध्य प्रदेश सरकार का ऊर्जा विभाग खरीदेगा. नियम के मुताबिक 33 केवीए सब स्टेशन से 5 किलोमीटर दूरी के दायरे में इस संयंत्र को स्थापित किया जा सकेगा.
इस यंत्र से उत्पादित होने वाली बिजली राज्य सरकार निर्धारित दरों पर लगातार खरीदेगी. नियम के मुताबिक ऊर्जा विभाग किसानों और समूहों से 27 साल का एग्रीमेंट कर हर महीने संयंत्र मालिक से बिजली खरीदेगा. इस योजना में आने वाला तमाम खर्च जमीन मालिक किसान को वहन करना होगा. माना जा रहा है कि इस योजना के शुरू होने से एक तरफ प्रदेश में बिजली की समस्या खत्म होगी। वहीं दूसरी तरफ किसानों को बिजली उत्पादन के जरिए भारी आय भी हो सकेगी.