मंदसौर। जिले में पिछले 25 दिनों से बारिश न होने से किसानों में के माथे पर परेशानी की लकीरें खिच गईं हैं. पानी की कमी से खेतों में खड़ी फसलें सूख रहीं हैं. इसलिए लोगों ने रूठे इंद्र देवता को मनाने के लिए कई तरह के टोटके और प्रार्थनाएं करना शुरु कर दिया है. जिले में उज्जैनी प्रथा का दौर भी चल पड़ा है.
उज्जैनी प्रथा में ग्रामीण जंगल में जाकर दाल-बाटी-चूरमा बनाकर इंद्र देवता को भोग लगाकर हवन करतें हैं. माना जाता है कि इस टोटके के बाद रूठे भगवान इंद्र खुश जाते हैं और इलाके में भरपूर बारिश होती है. ग्रामीणों का कहना है कि यह परंपरा हमारे बुजुर्गों ने चलाई है. वर्षों से हम इसका पालन कर रहे हैं. ऐसा करने से इंद्र देवता खुश हो जाते हैं और क्षेत्र में बारिश करवाते हैं.
जिले के एक गांव गरोंठ में भी घास भेरू यात्रा निकाली गई. जबकि क्षेत्र के मुस्लिम भाइयों ने विशेष नमाज अदा करके खुदा से अच्छी बारिश की दुआ की है. जिले में बारिश न होने से सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना किसानों को करना पड़ रहा है. किसानों का कहना है कि अगर जल्द ही अच्छी बारिश नहीं हुई तो उनकी सारी फसलें चौपट हो जाएंगी.