मंदसौर। मध्यप्रदेश में 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो गई हैं. इससे जुड़ी दिल दुखा देने वाली खबर मंदसौर जिले के गरोठ से सामने आई है. यहां 15 वर्षीय छात्रा ने परीक्षा में फेल होने के डर से आत्महत्या कर ली. परिजन ने इस घटना की जानकारी गरोठ पुलिस को दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए गरोठ शासकीय चिकित्सालय पहुंचाया. पोस्टमार्टम कर शव परिजन को सौंप दिया गया.
लिखा-मैं अपने माता-पिता को बहुत प्यार करती हूं: जानकारी के अनुसार, छात्रा गरोठ थाना क्षेत्र के बोलिया रोड की रहने वाली थी. उसके सुसाइड की सूचना मिलने पर मौके पहुंची पुलिस ने शव के पास से सुसाइड नोट भी बरामद किया. छात्रा ने सुसाइड नोट में लिखा था, 'मैं किसी पर कोई कार्रवाई नहीं चाहती हूं. मैं 10वीं परीक्षा में फेल होने के डर से सुसाइड कर रही हूं. मैं अपने माता-पिता को बहुत प्यार करती हूं. मैं मेरी मर्जी से यह कदम उठा रही हूं.' पुलिस विभिन्न पहलुओं पर मर्ग कायम कर जांच कर रही है.
परीक्षा को लेकर मानसिक रूप से परेशान थी छात्राः गरोठ थाना प्रभारी कमलेश सेंगर ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि एक छात्रा ने अपने घर में सुसाइड किया है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव के पास से सुसाइड नोट बरामद किया है. छात्रा मानसिक रूप से परेशान थी और उसने सुसाइड नोट में परीक्षा में फेल होने की आशंका जताई है. प्रथम दृष्टया लग रहा है कि इसी के चलते उसने सुसाइड किया है.
इंदौर। प्रदेशभर में बुधवार से माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो गई हैं. ये परीक्षाएं 27 मार्च तक चलेंगी. इंदौर में बोर्ड परीक्षा को लेकर 149 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. इनमें विशेष व्यवस्था की गई हैं ताकि छात्रों को परीक्षा में किसी भी तरह की परेशानियां ना हों. बोर्ड परीक्षा को लेकर शिक्षा विभाग और माध्यमिक शिक्षा मंडल ने परीक्षा केंद्रों पर कई सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं. इंदौर में 149 परीक्षा केंद्रों में से 25 केंद्र संवेदनशील घोषित किए गए हैं, जहां सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं. इन सभी केंद्रों पर पुलिस बल तैनात किया गया है.
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नकल रोकने के लिए बनाए गए उड़न दस्तेः बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए शिक्षा विभाग और माध्यमिक शिक्षा मंडल ने उड़नदस्ते भी तैयार किए हैं, जो सभी परीक्षा केंद्रों पर लगातार जांच करेंगे और नकल रोकने की कार्रवाई करेंगे. छात्रों को परीक्षा में शामिल होने के दौरान किसी भी तरह की परेशानी ना हो, इसके लिए जिला शिक्षा विभाग ने विशेष व्यवस्था की है. बैठक व्यवस्था में भी परिवर्तन करते हुए प्रत्येक टेबल पर केवल एक ही छात्र को बैठने की व्यवस्था की गई है ताकि छात्र सुविधापूर्ण तरीके से प्रश्न पत्र हल कर सकें.