मंदसौर। जिले की भानपुरा जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत कंवला में जिम्मेदार अधिकारियों की सांठगांठ से जमकर अनियमितता की जा रही है. शिकायतों के बाद भी भ्रष्ट सरपंच-सचिवों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है. क्षेत्रीय लोगों की मानें तो गांव में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं में भ्रष्टाचार किया जा रहा है. जिसकी निगरानी करने वाले अधिकारी भी कमीशन का खेल खेलते हुए, आंख मूंदकर चुपी साधे बैठे हैं.
ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले सभी निर्माण कार्यों में भारी अनियमितता हो रही है. जिस पर इंजीनियरों की सहभागिता से इनकार नहीं किया जा सकता. ग्राम कंवला में बने मुक्तिधाम, रोड, पानी सहित अन्य निर्माण कार्य गुणवत्ताहीन तरीके से कराया जा रहा है. जिसकी शिकायत मुरलीधर ने जनपद पंचायत के अधिकारियों सहित CM हेल्पलाइन में भी की थी, लेकिन कार्रवाई के नाम पर आज तक कुछ भी नहीं हुआ. ग्राम कंवला में गुणवत्ताहीन और फर्जी काम करा कर सरपंच सचिव और रोजगार सचिवों की मिलीभगत से शासन को लाखों का चूना लगाया जा रहा है.
वहीं जिम्मेदार सचिव केसरी लाल रावत का कहना है कि ग्रामीणों का काम आरोप लगाना है, तो लगाने दो और उन्हीं से ही पूछो. सरपंच मदनलाल भट्ट का कहना है कि वो अभी गांव से दूर हैं और उनका भी यही कहना है कि जनता का काम सिर्फ आरोप लगाना है. जनपद सीईओ हरीश सिसोदिया का कहना है कि मीडिया के माध्यम से मामला संज्ञान में आया है, जांच कर कार्रवाई की जाएगी.
वहीं गरोठ विधायक देवीलाल धाकड़ ने कहा कि उनका कंवला गांव में भ्रष्टाचार की शिकायतें पूर्व में भी मिली थीं. मामला गंभीर है, इसलिए वो कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत कराएंगे. विधायक ने ये भी कहा कि सचिव का ट्रांसफर ऑर्डर करवा दिया है और भ्रष्टाचार की जांच निसंदेह करवाई जाएगी.