मंदसौर। आज अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस है लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण का खतरा मजदूरों की कमाई पर बड़ा कहर बनकर टूट पड़ा है. संक्रमण के कारण पूरे देश में पिछले सवा महीने से लॉक डाउन है. कारोबार के क्षेत्र में तमाम कामकाज बंद होने से दिहाड़ी मजदूर रोजी रोटी के लिए तरस रहे हैं.
प्रदेश का मालवा इलाका कृषि और उससे जुड़े कारोबार के मामले में प्राकृतिक खदान माना जाता है. लेकिन लॉकडाउन से यहां भी तमाम कारोबार बंद हो गए हैं. उद्योगधंधे और व्यापारिक कारोबार के साथ ही अब कृषि क्षेत्र में भी रोजगार न मिलने से दिहाड़ी मजदूर इन दिनों हाथ पर हाथ रखकर अपने घरों में बैठे हैं. मंदसौर जिले में करीब 1 लाख 70 हजार पंजीकृत मजदूर हैं. कई मजदूरों के सामने अब दो वक्त की रोटी का भी संकट खड़ा हो गया है.