मंदसौर। जिले में दो दिन पहले हुई झमाझम बारिस के बाद किसानों ने खरीफ सीजन की बोवनी शुरू कर दी है. कृषि वैज्ञानिक इसे प्री मानसून मान रहे हैं, लेकिन किसान इसे मानसूनी बारिश मानकर मक्का और सोयाबीन की बोवनी शुरू कर दिए हैं. जिले की तमाम तहसीलों में सोमवार और मंगलवार को हुई झमाझम बारिश के बाद किसानों ने बुधवार से बोवनी शुरू कर दी है, पूरे इलाके में बीज की भारी समस्या है, बावजूद इसके किसान प्री मानसून में ही बोवनी का रिस्क उठा रहे हैं.
किसानों का कहना है कि हर साल इस समय तक मानसूनी बारिश हो जाती थी और वो इसी तरह बोवनी करते आ रहे हैं. लिहाजा, इस साल भी उन्होंने बोवनी शुरू कर दी है. उधर कृषि विभाग के अधिकारियों ने 22 जून तक किसानों को मानसून का इंतजार करने की सलाह दी है. पर किसान इससे पहले ही मक्का-सोयाबीन-उड़द और मूंग की बोवनी शुरू कर चुके हैं.
पिछले साल सितंबर महीने में भारी बरसात होने से किसानों की फसलें चौपट हो गई थी, इसलिए किसान इस बार लेट बोवनी करने का कतई रिस्क नहीं उठाना चाहते हैं, जिले में कई जगह हल्की बारिश से जमीन में पूरी नमी नहीं बनी है, फिर भी किसानों ने बोवनी शुरू कर दी है.