मंदसौर। जिले में कई किसान यूरिया-खाद की तंगी से जूझ रहे हैं. किसानों को अपने खेतों में खड़ी रबी फसलों को देने के लिए इन दिनों यूरिया खाद की जरूरत है. लेकिन जिले की तमाम सहकारी समितियां और सरकारी गोदाम फिलहाल खाली पड़े हैं. हालात ये हैं कि डिमांड के मुताबिक एक चौथाई सप्लाई भी न होने के चलते, अब किसान इस फसल की भी पैदावार से चूक रहे हैं.
पहले अतिवृष्टि की मार, अब खाद के लिए परेशान
पहले ही मानसून के दौरान हुई अतिवृष्टि से जिले में खड़ी तमाम खरीफ की फसलें चौपट हो गई थी. लेकिन किसान एक बार फिर गेहूं-चना की फसलों की पैदावार में जुटे ही थे कि उन्हें सिंचाई के दौरान अब यूरिया-खाद की सख्त जरूरत महसूस हो रही है. जिले के तमाम सरकारी गोदाम इन दिनों खाली पड़े हैं और यूरिया-खाद नहीं मिलने से किसान अब 5 गुना कीमत का एनपीके खाद डालने पर मजबूर हो गए हैं.
कलेक्टर ने भी की है सरकार से खाद की मांग
जिले में यूरिया-खाद की कमी को देखते हुए कलेक्टर मनोज पुष्प ने भी सरकार से खाद की डिमांड की है. वहीं किसानों ने तुरंत यूरिया-खाद की पूर्ति करने की भी मांग उठाई है. हालांकि कृषि विभाग के जिला अधिकारी अजीत कुमार राठौर ने जल्द ही खाद की उपलब्धि होने का आश्वासन दिया है.