ETV Bharat / state

पहले अतिवृष्टि की मार, अब किसान यूरिया-खाद के लिए परेशान

मंदसौर के कई किसान अब भी यूरिया खाद की तंगी से परेशान हैं. वहीं कृषि विभाग के जिला अधिकारी ने जल्द ही खाद उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है.

किसान यूरिया-खाद के लिए परेशान
author img

By

Published : Nov 23, 2019, 9:27 PM IST

मंदसौर। जिले में कई किसान यूरिया-खाद की तंगी से जूझ रहे हैं. किसानों को अपने खेतों में खड़ी रबी फसलों को देने के लिए इन दिनों यूरिया खाद की जरूरत है. लेकिन जिले की तमाम सहकारी समितियां और सरकारी गोदाम फिलहाल खाली पड़े हैं. हालात ये हैं कि डिमांड के मुताबिक एक चौथाई सप्लाई भी न होने के चलते, अब किसान इस फसल की भी पैदावार से चूक रहे हैं.

किसान यूरिया-खाद के लिए परेशान


पहले अतिवृष्टि की मार, अब खाद के लिए परेशान
पहले ही मानसून के दौरान हुई अतिवृष्टि से जिले में खड़ी तमाम खरीफ की फसलें चौपट हो गई थी. लेकिन किसान एक बार फिर गेहूं-चना की फसलों की पैदावार में जुटे ही थे कि उन्हें सिंचाई के दौरान अब यूरिया-खाद की सख्त जरूरत महसूस हो रही है. जिले के तमाम सरकारी गोदाम इन दिनों खाली पड़े हैं और यूरिया-खाद नहीं मिलने से किसान अब 5 गुना कीमत का एनपीके खाद डालने पर मजबूर हो गए हैं.


कलेक्टर ने भी की है सरकार से खाद की मांग
जिले में यूरिया-खाद की कमी को देखते हुए कलेक्टर मनोज पुष्प ने भी सरकार से खाद की डिमांड की है. वहीं किसानों ने तुरंत यूरिया-खाद की पूर्ति करने की भी मांग उठाई है. हालांकि कृषि विभाग के जिला अधिकारी अजीत कुमार राठौर ने जल्द ही खाद की उपलब्धि होने का आश्वासन दिया है.

मंदसौर। जिले में कई किसान यूरिया-खाद की तंगी से जूझ रहे हैं. किसानों को अपने खेतों में खड़ी रबी फसलों को देने के लिए इन दिनों यूरिया खाद की जरूरत है. लेकिन जिले की तमाम सहकारी समितियां और सरकारी गोदाम फिलहाल खाली पड़े हैं. हालात ये हैं कि डिमांड के मुताबिक एक चौथाई सप्लाई भी न होने के चलते, अब किसान इस फसल की भी पैदावार से चूक रहे हैं.

किसान यूरिया-खाद के लिए परेशान


पहले अतिवृष्टि की मार, अब खाद के लिए परेशान
पहले ही मानसून के दौरान हुई अतिवृष्टि से जिले में खड़ी तमाम खरीफ की फसलें चौपट हो गई थी. लेकिन किसान एक बार फिर गेहूं-चना की फसलों की पैदावार में जुटे ही थे कि उन्हें सिंचाई के दौरान अब यूरिया-खाद की सख्त जरूरत महसूस हो रही है. जिले के तमाम सरकारी गोदाम इन दिनों खाली पड़े हैं और यूरिया-खाद नहीं मिलने से किसान अब 5 गुना कीमत का एनपीके खाद डालने पर मजबूर हो गए हैं.


कलेक्टर ने भी की है सरकार से खाद की मांग
जिले में यूरिया-खाद की कमी को देखते हुए कलेक्टर मनोज पुष्प ने भी सरकार से खाद की डिमांड की है. वहीं किसानों ने तुरंत यूरिया-खाद की पूर्ति करने की भी मांग उठाई है. हालांकि कृषि विभाग के जिला अधिकारी अजीत कुमार राठौर ने जल्द ही खाद की उपलब्धि होने का आश्वासन दिया है.

Intro:मंदसौर।जिले के कई किसान अब यूरिया खाद की तंगी से परेशान हैं किसानों को अपने खेतों में खड़ी रबी फसलों को देने के लिए इन दिनों यूरिया खाद की जरूरत है। लेकिन जिले की तमाम सहकारी समितियां और सरकारी गोदाम फिलहाल खाली पड़े हैं। हालात यह है कि डिमांड के मुताबिक एक चौथाई सप्लाई भी ना होने से किसान अब इस फसल की भी पैदावार से चूक रहे हैं।


Body:पिछले मानसून के दौरान हुई अतिवृष्टि से जिले में खड़ी तमाम खरीफ की फसलें चौपट हो गई। लेकिन किसान एक बार फिर अब रबी की गेहूं चना फसलों की पैदावार में जुट गए हैं, और उन्हें दूसरी और तीसरी सिंचाई के दौरान अब यूरिया खाद की सख्त जरूरत महसूस हो रही है। जिले के तमाम सरकारी गोदाम इन दिनों खाली पड़े हैं और यूरिया खाद नहीं मिलने से किसान अब 5 गुना कीमत का एनपीके खाद डालने पर मजबूर है। जिले में यूरिया खाद की कमी के मामले में कलेक्टर मनोज पुष्प ने भी सरकार से खाद की डिमांड की है। किसानों ने तत्काल यूरिया खाद की पूर्ति करने की भी मांग उठाई है। हालांकि कृषि विभाग के जिला अधिकारी अजीत कुमार राठौर ने जल्द ही खाद की उपलब्धि होने का आश्वासन दिया है।
1. भारत सिंह चावड़ा, किसान
2.घनश्याम पाटीदार, किसान
3.नंदकिशोर धाकड़ ,प्रबंधक ,सहकारी समिति ,धुँधड़का
4.अजीत सिंह राठौर, डीडीए ,मंदसौर


विनोद गौड़, रिपोर्टर ,मंदसौर


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.