मंदसौर। कोरोना वायरस के संक्रमण की दहशत से अब लोगों ने घनी बस्तियों में रहने से भी किनारा करना शुरू कर दिया है. इस जानलेवा बीमारी से बचने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों ने अब बस्तियां छोड़कर खेत- खलिहानों का रुख कर लिया है. किसानों द्वारा अपनाए जा रहे इस देसी तरीके से उन्हें अब संक्रमण का खतरा भी कम हो रहा है और दूसरी तरफ वे दिन रात खेतों पर ही रहकर अपनी फसल कटाई के काम को भी आसानी से निपटाते नजर आ रहे हैं.
ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों रबी फसल की कटाई का दौर चल रहा है. इस दौरान कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए किसानों ने अब गांव की बस्ती में रहने के बजाय खेतों पर झोपड़े बनाकर रहना शुरू कर दिया है. कई किसान अपने मवेशी और राशन पानी का तमाम सामान लेकर खेतों पर ही चले गए हैं. इस देसी तरीके से वे अब खुद ही नहीं परिवार को भी आइसोलेट कर रहे हैं.
खास बात यह है कि, किसान फसल कटाई के इस दौर में खेतों पर रहकर भीषण गर्मी के पहले ही गेहूं चना और लहसुन फसलों की कटाई का काम भी निपटा रहे हैं. तीन तरफ से राजस्थान की सीमा से घिरे मंदसौर जिले में फिलहाल कोरोना संक्रमित रोगी नहीं मिले हैं. लेकिन राजस्थान के पड़ोसी जिले प्रतापगढ़ और झालावाड़ में इसके मरीजों की पुष्टि होने के बाद यहां भी हड़कंप का माहौल है.