मंदसौर। एक ओर मुख्यमंत्री कमलनाथ दिव्यांगों को मिलने वाली पेंशन राशि तीन सौ से बढ़ाकर एक हजार रुपए कर उनके हितैषी होने का दावा कर रहे हैं, लेकिन उनके ही मंत्री इस काम में पलीता लगाने में जुटे हैं. दरअसल सीतामऊ में किसानों को ऋण माफी योजना के प्रमाण पत्र वितरित करने के दौरान जल संसाधन और प्रभारी मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा ने मंच से दिव्यांगों को 'लूले- लंगड़े' कह दिया है. इस मामले में जिले के तमाम दिव्यांगों ने मंत्री हुकुम सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
दशपुर में विकलांग और शिक्षा संगठन के तमाम कार्यकर्ताओं ने गांधी प्रतिमा के सामने धरना प्रदर्शन किया. दिव्यांगों ने मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा से माफी मांगने और पद से त्यागपत्र देने की मांग की है. जिला दिव्यांग और शिक्षा संगठन के जिलाध्यक्ष दिलीप राठौर का आरोप है कि, हुकुम सिंह कराड़ा ने पेंशन राशि के मामले में भ्रामक भाषण देते हुए विकलांगों का अपमान किया है. दिलीप राठौर का कहना है कि, उनके द्वारा उपयोग की गई इस तरह की भाषा से अब समाज के लोग भी उन्हें इसी तरह के हीन शब्दों से संबोधित करेंगे.
जिलाध्यक्ष ने चेतावनी दी है कि, '3 दिन के भीतर ही प्रभारी मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा ने यदि माफी नहीं मांगी, तो वो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगे'. बता दें कि, सीतामऊ में आयोजित किसान कर्ज माफी सम्मेलन में जल संसाधन मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा के बिगड़े बोल सामने आए. कराड़ा ने कहा कि, 'हमारी सरकार ने लंगड़े-लूले और अंधों को 300 रुपए मिलने वाली पेंशन को बढ़ाकर एक हजार करने काम किया है'.