मंदसौर। लॉकडाउन के मद्देनजर सबसे बड़ी जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों और डॉक्टरों की है. लेकिन जिला अस्पताल के डॉक्टर शायद इस मामले में गंभीर नहीं हैं. डॉक्टरों की मौजूदगी नहीं होने से आज यहां ओपीडी के बाहर कई मरीजों की भीड़ लग गई.
बाहर से स्वास्थ्य परीक्षण करवाने आए मरीजों और रुटीन पेशेंट को देखने वाले डॉक्टर वार्ड में बैठे रहे और ओपीडी के गेट पर पुलिस का पहरा होने से लोगों में खासी नाराजगी नजर आई. हालांकि इस मामले की शिकायत के बाद सिविल सर्जन ने डॉक्टरों को कड़ी फटकार लगाई और 2 घंटे बाद मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण हो सका.
जिला चिकित्सालय के आदित्य भवन की ओपीडी में सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक मरीजों को देखने का समय है. 11 बजे तक भी यहां कोई डॉक्टर मरीजों को देखने नहीं पहुंचा. लिहाजा यहां चेकअप करवाने आए बाहरी मरीजों की भीड़ लग गई. गेट पर खड़े चौकीदारों और पुलिसकर्मी ने चैनल गेट के अंदर भी जाने से रोक दिया. इस मामले की शिकायत के बाद 2 डॉक्टर सीट पर पहुंचे और उन्होंने लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया.
उधर सिविल सर्जन के मुताबिक जिला अस्पताल में डॉक्टरों की कमी है और ड्यूटी पर मौजूद रहे डॉक्टरों के जिम्मे इन तमाम स्वास्थ्य सेवाएं होने से ये परेशानी होने की बात सामने आई है. 500 बिस्तरों वाले जिला अस्पताल में 65 डॉक्टरों की पोस्टिंग है. लेकिन फिलहाल यहां 8 डॉक्टर ही मौजूद हैं,बाकी पोस्ट खाली है.