मंदसौर। प्रदेश में मीसाबंदियों को लेकर जारी गतिरोध के बीच बीजेपी विधायक ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. नाराज विधायक ने स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में प्रोटोकॉल के विपरीत वीआईपी सीट पर ना बैठकर आम लोगों के बीच जाकर आजादी के पर्व को मनाया.
मंदसौर विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने कहा कि लोकतंत्र के पहरी जिन्होंने आपातकाल के दौरान देश की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी. उनका तो शासन की ओर से अभिनंदन होता था, स्वागत होता था और उनको राष्ट्रीय पर्व के दिन आंमत्रण दिया जाता था, लेकिन मौजूदा सरकार उनकी पूरी तरह से उपेक्षा कर रही है.
बीजेपी विधायक ने प्रदेश सरकार के फैसले पर अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि मीसाबंदी 21- 21 महीने तक काल कोठरी में बंद रहे थे. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने मीसाबंदियों को जो सम्मान दिया था उसे मौजूदा सरकार को बड़ा दिल रखते हुए जारी रखना चाहिए था.
पीजी कॉलेज स्थित खेल मैदान में ध्वजारोहण का कार्यक्रम रखा गया था. लेकिन राज्य सरकार के आदेश के बाद जिला प्रशासन ने जिले के मीसाबंदियों को सम्मान के लिए आमंत्रित नहीं किया. जिससे नाराज विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने प्रोटोकॉल के उलट वीआईपी सीटिंग व्यवस्था में ना बैठकर आम आदमियों के बीच बैठकर आजादी का पर्व मनाया.
हालांकि तेज बरसात के कारण आज शहर के लोग कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. लेकिन आधे घंटे तक चले इस कार्यक्रम में विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया आम लोगों के लिए लगाई गई खाली कुर्सियों के बीच अकेले ही बैठे नजर आए.