मंदसौर। मौसम के बदलते ही एक बार फिर जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है. इस बढ़ोत्तरी के देखते हुए जिला प्रशासन ने इस बार पशुपतिनाथ मंदिर पर लगने वाले कार्तिक मेला के आयोजन पर रोक लगा दी है. हर साल मंदिर में छोटी दीवाली से 20 दिवसीय कार्तिक मेले की शुरुआत होती है, लेकिन इस साल कोविड संक्रमण के खतरे के मद्देनजर प्रशासन ने मेला नहीं लगाने का फैसला लिया है.
भगवान पशुपतिनाथ मंदिर पर पिछले कई सालों से लगातार कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर दीपदान और मेला आयोजन की परंपरा है. यहां कुंवारी कन्याएं मनपसंद वर की कामना का व्रत रखने के बाद कार्तिक पूर्णिमा के दिन शिवना नदी में दीपदान करती हैं. इस मौके पर नगर पालिका परिषद भी यहां मेले का आयोजन करती है.
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मेला आयोजन में लगने वाली दुकानों के लिए पूरे देश के कोने-कोने से सैकड़ों कारोबारी यहां पहुंचते हैं और 20 दिनों तक लगातार मेले का आयोजन होता है. लेकिन मेले में बाहरी सैलानियों के आने से इस बार कोरोना संक्रमण का खतरा नजर आ रहा है. इन परिस्थितियों में प्रशासन ने मेला स्थगित करने का फैसला लिया है. हालांकि प्रशासन ने मंदिर पर दर्शन व्यवस्था और दीपदान पर कोई रोक नहीं लगाई है. कलेक्टर मनोज पुष्प ने बताया कि कोविड-नियमों का पालन करते हुए मंदिर पर दर्शन व्यवस्था पहले की तरह चालू रहेगी.
जानें जिले में कोरोना के आंकड़े-
- जिले में अब तक 2137 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ चुके हैं.
- इनमें से 73 मरीजों का इलाज जारी है.
- 2040 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर को लौट चुके हैं.
- जबकि कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के कारण 24 लोगों की मौत हो चुकी है.