मंदसौर। मल्हारगढ़ थाना पुलिस ने नकली सोने को असली बताकर केनरा बैंक में लोन बांटे जाने का खुलासा किया है. बैंक के अधिकारियों की मिलीभगत से 3 साल पहले हुए लाखों रुपए के घोटाला मामले में पुलिस ने आरोपी राजेश सोनी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बैंक के तत्कालीन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की बात कही है, फिलहाल ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
2016-17 का है मामला
साल 2016-17 में मल्हारगढ़ की केनरा बैंक में अधिकारियों ने गोल्ड लोन योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा करते हुए नकली सोने के जेवर गिरवी रखकर 87 लोगों को एक-एक लाख रुपए का लोन बांट दिए थे. स्कीम के मुताबिक बैंक लोन लेने वाले हितग्राहियों के सोने के जेवर अपने पास गिरवी रखकर, उसके बदले लोन मुहैया करवाते हैं, लेकिन केनरा बैंक के अधिकारियों ने एक सुनार के जरिए नकली सोने के जेवर गिरवी रखकर कई लोगों को लोन बांट दिए.
हितग्राही से सोनी और बैंक अधिकारी लेते थे हिस्सा
मामले में हितग्राहियों से बैंक के अधिकारी और सोने की परख करने वाला आरोपी सुनार राजेश सोनी मोटी रकम लेकर आपस में बांट लेते थे. फौरी तौर पर मामले की जांच में नकली सोने के जेवर को असली बताने वाला राजेश सोनी लोन की रकम का 5 फीसदी लेकर सोने के असली होने का प्रमाण जारी करता था. वहीं 20 फीसदी रकम बैंक के अधिकारियों और लोन देने वाले कर्मचारियों में बांटी जाती थी.
इस मामले में गिरफ्तार आरोपी राजेश सोनी से पुलिस कड़ी पूछताछ कर रही हैं. पुलिस अधिकारी दोषी बैंक कर्मचारियों की भी तलाश कर रहे हैं. वहीं पुलिस ने अब इस बैंक से लोन लेने वाले तमाम हितग्राहियों की भी तलाश शुरू कर दी है.