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सावन के पहले सोमवार पशुपतिनाथ मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, जयकारों से गूंज उठा शिवालय

सावन के पहले सोमवार के अवसर पर भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में भी हजारों श्रद्धालु पहुंचे. सुरक्षा के लिहाज से लगभग 200 जवान तैनात रहे.

पशुपतिनाथ मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
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Published : Jul 22, 2019, 7:32 PM IST

मंदसौर। सावन के पहले सोमवार के अवसर पर भगवान पशुपतिनाथ मंदिर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. विश्व की सबसे बड़ी भगावन शिव की अष्टमुखी प्रतिम के दर्शन करने हजारों श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की और अपनी मनोकामना पूरी होने के लिए भगवान शिव का जलाभिषेक किया.

पशुपतिनाथ मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

विश्व की सबसे बड़ी भगवान शिव की अष्ट मुखी प्रतिमा के दर्शन करने के लिए प्रशासन ने यहां बड़े पैमाने पर व्यवस्था की है. गर्भ गृह में स्थापित साढ़े 7 फीट ऊंची और ढाई मीटर गोलाई वाली इस प्रतिमा के क्षरण को रोकने के लिए प्रशासन ने इस पर सीधे जलाभिषेक की रोक लगा रखी है. लेकिन सावन सोमवार होने से प्रशासन ने आज दोपहर तक जल पात्रों के जरिए इस पर जलाभिषेक की विशेष अनुमति जारी की.

बता दें कि ढाई हजार साल पुरानी अष्टमुखी प्रतिमा के दर्शन और इस पर जलाभिषेक करने के लिए हर साल यहां सावन महीने में लाखों श्रद्धालु बाहर से आते हैं, लेकिन पंचामृत और केमिकल युक्त पूजा सामग्री के चढ़ावे से प्रतिमा के क्षरण को खराब होने का खतरा बढ़ गया है. इस वजह से केंद्रीय पुरातत्व विभाग के आदेश पर प्रशासन ने प्रतिमा पर सीधे जलाभिषेक और पूजा सामग्री चढ़ाने की मनाही की हुई है.

एसपी हितेश चौधरी ने बताया कि मंदिर की सुरक्षा और भगवान के दर्शन के लिए विभाग ने यहां पुलिस के करीब 200 जवानों की व्यवस्था की है. प्रधान पुजारी पंडित कैलाश भट्ट ने बताया कि दुनिया की सबसे बड़ी इस प्रतिमा के सावन माह में दर्शन और इस पर जलाभिषेक करने से बड़ा धर्म लाभ मिलता है.

मंदसौर। सावन के पहले सोमवार के अवसर पर भगवान पशुपतिनाथ मंदिर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. विश्व की सबसे बड़ी भगावन शिव की अष्टमुखी प्रतिम के दर्शन करने हजारों श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की और अपनी मनोकामना पूरी होने के लिए भगवान शिव का जलाभिषेक किया.

पशुपतिनाथ मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

विश्व की सबसे बड़ी भगवान शिव की अष्ट मुखी प्रतिमा के दर्शन करने के लिए प्रशासन ने यहां बड़े पैमाने पर व्यवस्था की है. गर्भ गृह में स्थापित साढ़े 7 फीट ऊंची और ढाई मीटर गोलाई वाली इस प्रतिमा के क्षरण को रोकने के लिए प्रशासन ने इस पर सीधे जलाभिषेक की रोक लगा रखी है. लेकिन सावन सोमवार होने से प्रशासन ने आज दोपहर तक जल पात्रों के जरिए इस पर जलाभिषेक की विशेष अनुमति जारी की.

बता दें कि ढाई हजार साल पुरानी अष्टमुखी प्रतिमा के दर्शन और इस पर जलाभिषेक करने के लिए हर साल यहां सावन महीने में लाखों श्रद्धालु बाहर से आते हैं, लेकिन पंचामृत और केमिकल युक्त पूजा सामग्री के चढ़ावे से प्रतिमा के क्षरण को खराब होने का खतरा बढ़ गया है. इस वजह से केंद्रीय पुरातत्व विभाग के आदेश पर प्रशासन ने प्रतिमा पर सीधे जलाभिषेक और पूजा सामग्री चढ़ाने की मनाही की हुई है.

एसपी हितेश चौधरी ने बताया कि मंदिर की सुरक्षा और भगवान के दर्शन के लिए विभाग ने यहां पुलिस के करीब 200 जवानों की व्यवस्था की है. प्रधान पुजारी पंडित कैलाश भट्ट ने बताया कि दुनिया की सबसे बड़ी इस प्रतिमा के सावन माह में दर्शन और इस पर जलाभिषेक करने से बड़ा धर्म लाभ मिलता है.

Intro: मंदसौर। सावन के पहले सोमवार के अवसर पर भगवान पशुपतिनाथ मंदिर पर भी आज श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। विश्व की सबसे बड़ी भगवान शिव की अष्ट मुखी प्रतिमा के दर्शन करने के लिए प्रशासन ने यहां बड़े पैमाने पर व्यवस्था की है। गर्भ गृह में स्थापित साढ़े 7 फीट ऊंची और ढाई मीटर गोलाई वाली इस प्रतिमा के क्षरण को रोकने के लिए प्रशासन ने इस पर सीधे जलाभिषेक की रोक लगा रखी है ।लेकिन सावन सोमवार होने से प्रशासन ने आज दोपहर तक जल पात्रों के जरिए इस पर जलाभिषेक की विशेष अनुमति जारी की ।...


Body:ढाई हजार साल पुरानी अष्टमुखी प्रतिमा के दर्शन और इस पर जलाभिषेक करने के लिए हर साल यहां सावन महीने में लाखों श्रद्धालु बाहर से आते हैं ।लेकिन पंचामृत और केमिकल युक्त पूजा सामग्री के उपयोग से प्रतिमा के क्षरण का खतरा बढ़ गया है। लिहाजा केंद्रीय पुरातत्व विभाग के आदेश पर प्रशासन ने प्रतिमा पर सीधे जलाभिषेक और पूजा सामग्री चढ़ाने की मनाही की है।.
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Conclusion:आज सुबह से ही यहां दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई ।लोगों की भीड़ के मद्देनजर प्रशासन ने गर्भ ग्रह तक जाने के लिए महिला पुरुषों की अलग-अलग लाइनों की भी व्यवस्था की ।एसपी हितेश चौधरी ने बताया कि मंदिर की सुरक्षा और भगवान के दर्शन के लिए विभाग ने यहां पुलिस के करीब 200 जवानों की व्यवस्था की है ।प्रधान पुजारी पंडित कैलाश भट्ट ने बताया कि दुनिया की सबसे बड़ी इस प्रतिमा के सावन माह में दर्शन और इस पर जलाभिषेक करने से बड़ा धर्म लाभ मिलता है।
byte 1: पंडित कैलाश भट्ट ,प्रधान पुजारी, पशुपतिनाथ मंदिर मंदसौर
byte 2: मुकेश व्यास, श्रद्धालु
byte 3: स्वाति शर्मा ,श्रद्धालु
byte 4हेमंत ,श्रद्धालु
byte 5:हितेश चौधरी ,एसपी, मंदसौर


विनोद गौड़,रिपोर्टर ,मंदसौर
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