मंडला। जिले में ईटीवी भारत की खबर का हुआ असर, वीडियो वायरल मामले में अनुविभागीय अधिकारी आरपी वर्मा ने सक्त कार्रवाई हेतु नोटिस किए जारी किया है. ईटीवी भारत द्वारा किसानों से पावती बनाने के मामले में पटवारी का अनाधिकृत कर्मचारी तहसीलदार के नाम से रिश्वत मांग रहा था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. जिसपर ईटीवी भारत ने भ्रष्टाचार के गंभीर मामले को प्राथमिकता से प्रकाशित किया, जिस पर आज अनु विभागीय कार्यालय की मोहर लग गई है.
दरअसल राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली पर गरोठ डिवीजन में पहले तो लोकायुक्त की कार्रवाई हुई जिसमें पटवारी बगदीराम धाकड़ रंगे हाथों लोकायुक्त के हत्थे चढ़े. यह मामला शांत हुआ भी नहीं था, कि तहसीलदार के नाम से उगाही करने वाले ललित पवार का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो गया. गरोठ डिवीजन के अनुविभागीय अधिकारी ने इस मामले को बड़े ही गंभीरता से लेते हुए नायाब तहसीलदार पंकज जाट को एक नोटिस जारी किया. नोटिस में उक्त प्रकरण में वैधानिक कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए और इसका जवाब 1 अक्टूबर को मांगा गया.
वहीं हल्का पटवारी 28 बासगोन, चंद्रपुरा राकेश कच्छावा, महेंद्र रावत हल्का नंबर 39 गुराडिया माता व ललित पवार के नाम सम्मिलित कर कार्रवाई हेतु गरोठ एसडीएम आरपी वर्मा ने नोटिस जारी किए और नायब तहसीलदार पंकज जाट को आदेशित करते हुए कहा कि संबंधित व्यक्ति ललित पवार के विरुद्ध थाने में वैधानिक अपराधिक मामला दर्ज करा कर मुझे अवगत कराएं.
आरपी वर्मा ने मीडिया से चर्चा में बताया कि मीडिया की भूमिका इस कार्रवाई में महत्वपूर्ण है. मीडिया ने जिम्मेदारी को निभाते हुए वायरल वीडियो की खबर को प्राथमिकता देकर समाज में भ्रष्टाचारियों को बेनकाब करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
सूत्रों की माने तो भ्रष्टाचार बढ़ाने में अग्रणी रहे ललित पवार की सेवा दार पटवरीयों के यहां लोकायुक्त छापे पर पटवारी रंगे हाथों पकड़े गए हैं. यदि कार्रवाई में गहनता से पूछताछ की जाए तो जानकारी लगेगी कि कितने गरीब किसान पवार के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुके हैं.